ग्वालियर। मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री (Energy Minister) प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradhuman Singh Tomar) ने कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह (Govind Singh) के बयान पर पलटवार किया है. तोमर ने कहा कि डॉक्टर साहब अपने मन की पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं, वह 5-6 बार के विधायक हैं, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें नेता प्रतिपक्ष (Leader OF Opposition) नहीं बनाया. प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradhuman Singh Tomar) ने कहा कि इस पीड़ा को उन्होंने समझा और व्यक्त किया है, उनकी पीड़ा जायज है. दरअसल गोविंद सिंह ने प्रद्युम्न सिंह के खटिया डालकर विद्युत व्यवस्था ठीक करने के मामले में चुटकी ली थी, उसी पर प्रद्युम्न सिंह ने पलटवार किया है.
इसलिए कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आया
कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह (Govind Singh) पर निशाना साधते हुए एक बार फिर मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का कारण बताया. तोमर ने कहा कि जिन भी कामों को उनके पास लेकर जाते थे, वो काम करने में असमर्थता जता देते थे. तोमर ने कहा कि ग्वालियर के विकास कार्यों को पीछे छोड़ा जा रहा था. तोमर ने कहा कि कैबिनेट तक संघर्ष करने के बाद भी कोई हल नहीं निकला, इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी छोड़ना पड़ी. प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि जब से बीजेपी में आया हूं, विकास कार्यों में लगा हूं. जब भी जनता की परेशानी लेकर सीएम के पास जाता हूं, वहां सभी काम तुरंत हो जाते हैं.
सिंधिया लोगों के सुख-दुख में होते हैं शामिल
मीडिया से चर्चा करते हुए प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गोविंद सिंह के ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर दिए बयान पर भी पलटवार किया. तोमर ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया सच्चे जनसेवक हैं. जब वो कांग्रेस में थे तब भी लोगों के घर जाकर सुख-दुख में शामिल होते थे और आज भी वैसा ही कर रहे हैं. दरअसल ग्वालियर दौरे पर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया के कई नेताओं-कार्यकर्ताओं के घर जाने को लेकर गोविंद सिंह ने उन पर निशाना साधा था.
गोविंद सिंह ने सिंधिया पर कसा था तंज
गोविंद सिंह ने बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बीजेपी के नेताओं के यहां दौरे पर कटाक्ष किया था. गोविंद सिंह और कहा था कि जब सिंधिया कांग्रेस में थे, तो मंत्री तक उनसे मिलने के लिए लाइन में खड़े रहते थे, अब सिंधिया खुद बीजेपी के छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं के यहां घर- घर जा रहे हैं. बीजेपी में उनकी दुर्गति हो गई है.