ग्वालियर। शहर की सीमा से लगे घाटीगांव और मुरार विकासखंड के कई गांवों में अतिवृष्टि के चलते आलू की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. जिसके किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि आलू पूरी तरह से सड़ने के कगार पर है. लेकिन इतनी बड़ी विपदा के बाद भी कोई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उनके बीच नहीं पहुंचा है.
अतिवृष्टि से खराब हुई आलू की फसल, अन्नदाता परेशान, शासन नहीं दे रहा ध्यान
अतिवृष्टि से खराब हुई आलू की फसलों ने किसानों के माथे पर चिंता कि लकीरें खींच दी है. किसानों का कहना है कि खराब फसलों का जायजा लेने कोई भी प्रशासनिक आधिकारी और जनप्रतिनिधि नहीं आया है. हालांकि मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर ने मामले में जांच की बात कही है.
बारिश के कारण दो दर्जन से ज्यादा गांवों में आलू की फसल हुई बर्बाद
ग्वालियर। शहर की सीमा से लगे घाटीगांव और मुरार विकासखंड के कई गांवों में अतिवृष्टि के चलते आलू की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. जिसके किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि आलू पूरी तरह से सड़ने के कगार पर है. लेकिन इतनी बड़ी विपदा के बाद भी कोई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उनके बीच नहीं पहुंचा है.
Intro:ग्वालियर
शहर की सीमा से लगे घाटीगांव और मुरार विकासखंड के कई गांवों में ज्यादा बारिश के कारण आलू की फसल बर्बाद हो चुकी है ।ग्रामीणों का कहना है कि ज्यादा बारिश होने के कारण आलू पूरी तरह सड़ने की स्थिति में पहुंच गया है। लेकिन उनका दुख दर्द बांटने कोई भी जनप्रतिनिधि अथवा प्रशासनिक अधिकारी उनके बीच नहीं पहुंचा है।Body:दरअसल शहर से लगे केदारपुर पुरासानी छोटी बड़ी मढ़ैया सहित ऐसे कई गांव हैं जहां किसानों ने इस बार आलू की बुवाई बड़े पैमाने पर की थी। उन्हें उम्मीद थी कि त्यौहार के इस मौसम में आलू की बेहतर मांग के चलते उन्हें अच्छा मुनाफा हो जाएगा। उन्होंने कर्जा लेने के बाद बीज खेतों में लगाया था लेकिन आलू की पैदावार में ज्यादा बारिश अडंगा बन गई। खलियान में रखा आलू भी सड़ने की स्थिति में पहुंच गया। अब ग्रामीण अपनी फसल की बर्बादी देखकर खासे परेशान हैं। उनके बीच नुकसान का आकलन करने पटवारी तहसीलदार अथवा कोई भी राजस्व अधिकारी नहीं पहुंचा है।Conclusion:जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है वह शहर की सीमा से लगे मुरार और घाटीगांव विकासखंड के तहत आते हैं यहां कांग्रेस व भाजपा दोनों ही विधायकों के क्षेत्र हैं लेकिन वे अपने क्षेत्र की जनता के बीच नहीं पहुंचे हैं ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला तो वे सड़कों पर आकर आंदोलन करेंगे वही इस बारे में जब प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रदुमन तोमर को जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि वे जिलाधीश से इस मामले में बातचीत कर समस्या के निराकरण की पहल करेंगे ।
बाईट लेखराज पाल
बाईट अवतार सिंह गुर्जर किसान
बाईट मेहताब सिंह किसान
बाईट प्रदुमन तोमर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री
शहर की सीमा से लगे घाटीगांव और मुरार विकासखंड के कई गांवों में ज्यादा बारिश के कारण आलू की फसल बर्बाद हो चुकी है ।ग्रामीणों का कहना है कि ज्यादा बारिश होने के कारण आलू पूरी तरह सड़ने की स्थिति में पहुंच गया है। लेकिन उनका दुख दर्द बांटने कोई भी जनप्रतिनिधि अथवा प्रशासनिक अधिकारी उनके बीच नहीं पहुंचा है।Body:दरअसल शहर से लगे केदारपुर पुरासानी छोटी बड़ी मढ़ैया सहित ऐसे कई गांव हैं जहां किसानों ने इस बार आलू की बुवाई बड़े पैमाने पर की थी। उन्हें उम्मीद थी कि त्यौहार के इस मौसम में आलू की बेहतर मांग के चलते उन्हें अच्छा मुनाफा हो जाएगा। उन्होंने कर्जा लेने के बाद बीज खेतों में लगाया था लेकिन आलू की पैदावार में ज्यादा बारिश अडंगा बन गई। खलियान में रखा आलू भी सड़ने की स्थिति में पहुंच गया। अब ग्रामीण अपनी फसल की बर्बादी देखकर खासे परेशान हैं। उनके बीच नुकसान का आकलन करने पटवारी तहसीलदार अथवा कोई भी राजस्व अधिकारी नहीं पहुंचा है।Conclusion:जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है वह शहर की सीमा से लगे मुरार और घाटीगांव विकासखंड के तहत आते हैं यहां कांग्रेस व भाजपा दोनों ही विधायकों के क्षेत्र हैं लेकिन वे अपने क्षेत्र की जनता के बीच नहीं पहुंचे हैं ग्रामीणों ने कहा है कि यदि उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला तो वे सड़कों पर आकर आंदोलन करेंगे वही इस बारे में जब प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रदुमन तोमर को जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि वे जिलाधीश से इस मामले में बातचीत कर समस्या के निराकरण की पहल करेंगे ।
बाईट लेखराज पाल
बाईट अवतार सिंह गुर्जर किसान
बाईट मेहताब सिंह किसान
बाईट प्रदुमन तोमर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री