ग्वालियर। थाटीपुर थाना क्षेत्र की एक नाबलिग लड़की को पंजाब की बबली उर्फ अरुणा नाम की महिला ने हरियाणा के एक व्यक्ति के हाथ डेढ़ लाख रुपए में बेच दी थी, जिसके बाद उसकी शादी हरियाणा के बनवासा गांव में एक युवक से जबरन करा दी गई, पिछले करीब पांच महीने से किशोरी को आरोपी अपनी पत्नी बनाकर साथ रखा था, जिसके बाद उसके घर से ग्वालियर पुलिस ने किशोरी को मुक्त कराया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
थाठीपुर थाना प्रभारी के मुताबिक किशोरी का सुराग सहारनपुर के एक डॉक्टर की मदद से ग्वालियर पुलिस को लगा था, जिसके बाद किशोरी को बेचने वाली बबली इलाज के लिए उसे ले गई थी. किशोरी ने बबली की नजरों से बचकर एक पर्ची डॉक्टर को थमा दी और अपनी मां का नंबर दे दिया. जब डॉक्टर ने मां से संपर्क किया, तब उसकी मां पुलिस के पास पहुंची और ग्वालियर पुलिस ने करीब सात दिन तक चले सर्चिंग के बाद किशोरी को मुक्त करा लिया. उसे बेचने वाली बबली मानव तस्करी गैंग की मास्टरमाइंड है, लेकिन उस तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है. वह पंजाब के अंबाला से 100 किलोमीटर दूर बावियाल गांव की रहने वाली है.
पुलिस के मुताबिक किशोरी के साथ जिस दूधिये ने शादी की थी, उसका नाम राजेश पुत्र बलजीत जाट है. पुलिस नाबलिग और आरोपी को लेकर ग्वालियर पहुंची है. नाबलिग को फिलहाल परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.