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मिलावटखोरी की आशंका चलते मावे से बनीं मिठाइयों से लोगों ने किया किनारा - etv bharat

प्रदेश में लगातार मिलावटखोरों पर हो रही कार्रवाई के चलते लोगों ने इस बार दिवाली पर मावे से बनी मिठाई खरीदना पसंद नहीं की. मावे को लेकर लोगों के मन में आशंका बनी हुई है.

ग्वालियर में मिलावट के डर से लोगों ने मावा से बनी मिठाइयां नहीं खरीदीं
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Published : Oct 27, 2019, 4:31 PM IST

ग्वालियर। मिलावटखोरी के चलते इस बार लोगों ने मावा की जगह मैदा और छेना से मिठाइयां बनाई है. बता दें बीते कई दिनों से प्रदेश सरकार मिलावटखोरों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है. जिससे मावे में मिलावटखोरी को लेकर आशंका बनी हुई है.
इस बार दीपावली पर लड्डू छेना पाउडर से बनी मिठाई, सोन पापड़ी, मैदा से बनी बालूशाही सहित अन्य मिठाईयां लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. मावे से बनी मिठाइयों से लोग दूरी बनाए हुए हैं.
लोगों का कहना है कि मावा से बनीं मिठाइयों में शुद्धता की कोई गारंटी नहीं है, इसके चलते वे चूरमा के लड्डू, सोन पापड़ी, छेना पाउडर से बनी मिठाई और रसगुल्ले आदि पसंद कर रहे हैं.

ग्वालियर। मिलावटखोरी के चलते इस बार लोगों ने मावा की जगह मैदा और छेना से मिठाइयां बनाई है. बता दें बीते कई दिनों से प्रदेश सरकार मिलावटखोरों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है. जिससे मावे में मिलावटखोरी को लेकर आशंका बनी हुई है.
इस बार दीपावली पर लड्डू छेना पाउडर से बनी मिठाई, सोन पापड़ी, मैदा से बनी बालूशाही सहित अन्य मिठाईयां लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. मावे से बनी मिठाइयों से लोग दूरी बनाए हुए हैं.
लोगों का कहना है कि मावा से बनीं मिठाइयों में शुद्धता की कोई गारंटी नहीं है, इसके चलते वे चूरमा के लड्डू, सोन पापड़ी, छेना पाउडर से बनी मिठाई और रसगुल्ले आदि पसंद कर रहे हैं.

Intro:ग्वालियर
ग्वालियर में इस बार दीपावली को लोगों की पसंद मावा से बनी मिठाई ना होकर बेसन मैदा और छेना से बनी मिठाइयां बनी हुई है। क्योंकि वर्ली जिला प्रशासन पिछले 2 पखवाड़े से जिले भर में मावा उससे बनी मिठाई और दूसरे खाद्य पदार्थों पर लगातार सैंपलिंग की कार्रवाई कर रहा है।


Body:इस बार दीपावली पर मिठाई दुकानदारों के यहां लड्डू छेना पाउडर से बनी मिठाई सोन पपड़ी मैदा से बनी बालूशाही तथा दूसरी मिठाईयां पहली पसंद बनी हुई है। मावा और उस से बनी मिठाइयों से लोग दूरी बनाए हुए हैं मावा में मिलावट है और वह शुद्ध नहीं हो सकता। इस आशंका ने लोगों को इस कदर आशंकित कर दिया है कि वह अब मावा की बनी मिठाइयों के प्रति कम आकर्षित हो रहे हैं।


Conclusion:लोगों का कहना है कि मावा से बनी मिठाइयों में शुद्धता की कोई गारंटी नहीं है इसलिए वे चूरमा के लड्डू सोन पपड़ी छेना पाउडर से बनी मिठाई छेना से बने रसगुल्ले आदि पसंद कर रहे हैं मां लक्ष्मी की पूजा के लिए जरूर कुछ लोग पंचमेल मिठाई खरीद रहे हैं लेकिन वे उसी मात्रा में खरीद रहे हैं जिसकी जरूरत है। अनावश्यक रूप से वे दूसरी मिठाइयों को खरीदने से बच रहे है। बाइट अजीत कुशवाहा... मिठाई दुकान बाइट अमर सिंह यादव... ग्राहक
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