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नकली प्लाज्मा बेचने वाले मुख्य आरोपी पर लगेगा NSA, कलेक्टर ने दिए आदेश - Fake Plasma Scandal Gwalior District Administration

ग्वालियर में नकली प्लाज्मा कांड के मुख्य आरोपी के खिलाफ कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने NSA के तहत कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं.

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Published : Dec 18, 2020, 11:05 PM IST

ग्वालियर। नकली प्लाज्मा कांड में ग्वालियर जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिए हैं. कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने प्लाज्मा कांड के मास्टरमाइंड के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं. इसके अलावा फर्जीवाड़ा रोकने के लिए जिला प्रशासन अपना सॉफ्टवेयर भी तैयार कराएगा.

कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह

सॉफ्टवेयर से की जाएगी मॉनिटरिंग

प्राइवेट कंपनी द्वारा 15 दिन में इस सॉफ्टवेयर को डिजाइन किया जाएगा. जिले के तमाम सरकारी अस्पताल, निजी अस्पताल, ब्लड बैंक,लैब इस सॉफ्टवेयर के दायरे में आएंगे. सभी को इसमें रजिस्टर्ड किया जाएगा. सॉफ्टवेयर में ब्लड और प्लाज्मा के लेन-देन की पूरी डिटेल मौजूद रहेगी. कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह का कहना है कि जिले में इस तरह के मामलों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है.

आरोपियों से पूछताछ कर रही पुलिस

बता दें नकली प्लाज्मा बेचने वाले पांच आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. पड़ाव थाने में जगदीश, महेश मौर्या, अजय त्यागी सहित पांच आरोपियों पर नकली प्लाज्मा लेनदेन पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

क्राइम ब्रांच की छापामार कार्रवाई जारी

क्राइम ब्रांच जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग की टीम शहर के ब्लड व प्लाज्मा बैंकों पर लगातार छापामार कार्रवाई कर रही है. गौरतलब है कि दतिया निवासी मनोज गुप्ता की नकली प्लाज्मा चढ़ाने के बाद 10 दिसंबर को मौत हो गई थी. जिसके बाद गैंग का खुलासा हुआ था.

ये भी पढ़ेंःग्वालियर में सक्रिय है नकली प्लाज्मा सप्लायर गैंग, सवालों के घेरे में 49 मरीजों की मौत

ग्वालियर। नकली प्लाज्मा कांड में ग्वालियर जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिए हैं. कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने प्लाज्मा कांड के मास्टरमाइंड के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं. इसके अलावा फर्जीवाड़ा रोकने के लिए जिला प्रशासन अपना सॉफ्टवेयर भी तैयार कराएगा.

कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह

सॉफ्टवेयर से की जाएगी मॉनिटरिंग

प्राइवेट कंपनी द्वारा 15 दिन में इस सॉफ्टवेयर को डिजाइन किया जाएगा. जिले के तमाम सरकारी अस्पताल, निजी अस्पताल, ब्लड बैंक,लैब इस सॉफ्टवेयर के दायरे में आएंगे. सभी को इसमें रजिस्टर्ड किया जाएगा. सॉफ्टवेयर में ब्लड और प्लाज्मा के लेन-देन की पूरी डिटेल मौजूद रहेगी. कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह का कहना है कि जिले में इस तरह के मामलों पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है.

आरोपियों से पूछताछ कर रही पुलिस

बता दें नकली प्लाज्मा बेचने वाले पांच आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. पड़ाव थाने में जगदीश, महेश मौर्या, अजय त्यागी सहित पांच आरोपियों पर नकली प्लाज्मा लेनदेन पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

क्राइम ब्रांच की छापामार कार्रवाई जारी

क्राइम ब्रांच जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग की टीम शहर के ब्लड व प्लाज्मा बैंकों पर लगातार छापामार कार्रवाई कर रही है. गौरतलब है कि दतिया निवासी मनोज गुप्ता की नकली प्लाज्मा चढ़ाने के बाद 10 दिसंबर को मौत हो गई थी. जिसके बाद गैंग का खुलासा हुआ था.

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