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दिल्ली में किसानों के उग्र आंदोलन का सड़कों पर दिखा असर, NH3 पर लगा कई किलोमीटर लंबा जाम - New Agriculture law

दिल्ली में किसानों के उग्र आंदोलन का असर अब मध्यप्रदेश की सड़कों पर दिखा रहा है. ग्वालियर आज दिल्ली-मुंबई हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा, जिसके चलते हजारों ट्रक व वाहन जाम में फंसे रहे.

NH3 jammed
NH3 पर लगा जाम
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Published : Nov 27, 2020, 9:46 PM IST

ग्वालियर। कृषि कानून को लेकर दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन का असर ग्वालियर चंबल अंचल में भी देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि दिल्ली-मुंबई हाईवे पर हजारों की संख्या में ट्रकों पर खड़े हुए हैं. झांसी से नेशनल हाईवे को जोड़ने वाला एबी रोड पूरी तरह से जाम है. इस नेशनल हाईवे पर कई किलोमीटर तक माल से लदे हुए ट्रक जाम में फंस गए हैं. बताया जा रहा है दिल्ली में किसानों की आंदोलन के चलते जिला प्रशासन ने इन ट्रकों को मौके पर ही रोक दिया है. एनएच-3 नेशनल हाईवे पर पूरी तरह जाम लगा हुआ है. इस रोड पर कई किलोमीटर तक ट्रक और अन्य वाहन खड़े हैं.

NH3 पर लगा जाम

ग्वालियर-चंबल से किसान दिल्ली के लिए रवाना

किसान आंदोलन में शामिल होने दिल्ली गए ग्वालियर, भिंड, मुरैना के 500 से अधिक किसानों को नेशनल हाइवे-3 पर सैंया के पास यूपी पुलिस ने रोक लिया है. किसान हाइवे पर बैठे हंगामा कर रहे हैं. इस कारण यहां जाम लग गया है. शुक्रवार दोपहर स्थिति और बिगड़ गई. हजारों वाहन इस जाम में फंसे हुए हैं.

यह है मामला

केन्द्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में 26 और 27 नवंबर को दिल्ली में किसान आंदोलन की घोषणा की गई थी. इस आंदोलन में देश के अन्य राज्यों से भी किसान पहुंच रहे हैं. आंदोलन में शामिल होने ग्वालियर, भिंड और मुरैना से किसान दिल्ली के लिए 25 नवंबर रात 2 बजे रवाना हुए थे. 26 नवंबर की सुबह 8 बजे धौलपुर के बाद नेशनल हाइवे -3 पर सैंया टोल के पास यूपी पुलिस ने किसानों के दल को रोक लिया. उन्हें आगे जाने ही नहीं दिया गया. जिस पर किसानों ने वहीं प्रदर्शन शुरू कर दिया. शुक्रवार सुबह किसानों ने फिर निकलने का प्रयास किया. जब नहीं निकलने दिया गया तो किसानों ने हाइवे ही घेर लिया, जिससे कुछ ही समय में हाइवे पर धौलपुर से ग्वालियर तक जाम लग गया.

नए कृषि कानूनों का भारी विरोध

नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर जारी किसानों का आंदोलन शनिवार को और उग्र हो गया. दिल्ली-हरियाणा सीमा पर हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए थे. पुलिस ने आगे बढ़ने नहीं दिया. नहीं मानें तो आंसू गैस के गोले दागे गए. आंदोलनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें भी की गई. किसानों ने भी अपने रास्ते की अड़चन को दूर करने में अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने नाकाबंदी को हटाने के लिए एक ट्रक का इस्तेमाल कर एक पुलिस वाहन को टक्कर मार दी. दिल्ली पुलिस ने तब हल्के लाठीचार्ज का सहारा लिया. पहले दिल्‍ली पुलिस किसानों को स्‍टेडियमों में अस्‍थायी जेल बनाकर रखना चाहती थी, लेकिन दिल्‍ली सरकार के मंजूरी न देने पर उन्‍हें बुराड़ी मैदान में धरने की इजाजत दे दी गई. लेकिन किसानों ने बुराड़ी जाने से इनकार कर दिया, जिसके चलते सिंधु सीमा पर हिंसक झड़प हो गई.

ग्वालियर। कृषि कानून को लेकर दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन का असर ग्वालियर चंबल अंचल में भी देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि दिल्ली-मुंबई हाईवे पर हजारों की संख्या में ट्रकों पर खड़े हुए हैं. झांसी से नेशनल हाईवे को जोड़ने वाला एबी रोड पूरी तरह से जाम है. इस नेशनल हाईवे पर कई किलोमीटर तक माल से लदे हुए ट्रक जाम में फंस गए हैं. बताया जा रहा है दिल्ली में किसानों की आंदोलन के चलते जिला प्रशासन ने इन ट्रकों को मौके पर ही रोक दिया है. एनएच-3 नेशनल हाईवे पर पूरी तरह जाम लगा हुआ है. इस रोड पर कई किलोमीटर तक ट्रक और अन्य वाहन खड़े हैं.

NH3 पर लगा जाम

ग्वालियर-चंबल से किसान दिल्ली के लिए रवाना

किसान आंदोलन में शामिल होने दिल्ली गए ग्वालियर, भिंड, मुरैना के 500 से अधिक किसानों को नेशनल हाइवे-3 पर सैंया के पास यूपी पुलिस ने रोक लिया है. किसान हाइवे पर बैठे हंगामा कर रहे हैं. इस कारण यहां जाम लग गया है. शुक्रवार दोपहर स्थिति और बिगड़ गई. हजारों वाहन इस जाम में फंसे हुए हैं.

यह है मामला

केन्द्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में 26 और 27 नवंबर को दिल्ली में किसान आंदोलन की घोषणा की गई थी. इस आंदोलन में देश के अन्य राज्यों से भी किसान पहुंच रहे हैं. आंदोलन में शामिल होने ग्वालियर, भिंड और मुरैना से किसान दिल्ली के लिए 25 नवंबर रात 2 बजे रवाना हुए थे. 26 नवंबर की सुबह 8 बजे धौलपुर के बाद नेशनल हाइवे -3 पर सैंया टोल के पास यूपी पुलिस ने किसानों के दल को रोक लिया. उन्हें आगे जाने ही नहीं दिया गया. जिस पर किसानों ने वहीं प्रदर्शन शुरू कर दिया. शुक्रवार सुबह किसानों ने फिर निकलने का प्रयास किया. जब नहीं निकलने दिया गया तो किसानों ने हाइवे ही घेर लिया, जिससे कुछ ही समय में हाइवे पर धौलपुर से ग्वालियर तक जाम लग गया.

नए कृषि कानूनों का भारी विरोध

नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर जारी किसानों का आंदोलन शनिवार को और उग्र हो गया. दिल्ली-हरियाणा सीमा पर हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए थे. पुलिस ने आगे बढ़ने नहीं दिया. नहीं मानें तो आंसू गैस के गोले दागे गए. आंदोलनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें भी की गई. किसानों ने भी अपने रास्ते की अड़चन को दूर करने में अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने नाकाबंदी को हटाने के लिए एक ट्रक का इस्तेमाल कर एक पुलिस वाहन को टक्कर मार दी. दिल्ली पुलिस ने तब हल्के लाठीचार्ज का सहारा लिया. पहले दिल्‍ली पुलिस किसानों को स्‍टेडियमों में अस्‍थायी जेल बनाकर रखना चाहती थी, लेकिन दिल्‍ली सरकार के मंजूरी न देने पर उन्‍हें बुराड़ी मैदान में धरने की इजाजत दे दी गई. लेकिन किसानों ने बुराड़ी जाने से इनकार कर दिया, जिसके चलते सिंधु सीमा पर हिंसक झड़प हो गई.

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