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ग्वालियर में गहराया जल संकट, हफ्ते में सिर्फ तीन दिन हो रही है पानी की सप्लाई

ग्वालियर में नगर पालिका की बड़ी लापरवाही के चलते शहरवासी पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं, तिघरा डैम से नगरवासियों की प्यास बुझाई जा सकती है, लेकिन नगरपालिक एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई कर रहा है.

नगर पालिका की लापरवाही से शहर में जलसंकट
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Published : Jun 21, 2019, 12:25 PM IST

Updated : Jun 21, 2019, 1:31 PM IST

ग्वालियर। देश में पानी की किल्लत से हाहाकार मचा हुआ है. ग्वालियर भी जल संकट से अछूता नहीं है, शहर की प्यास बुझाने का एक एकमात्र जलस्रोत तिघरा डैम है, लेकिन नगर निगम डैम से एक दिन छोड़कर पानी दे रहा है. जिससे लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है.

नगर पालिका की लापरवाही से शहर में जलसंकट

नगर निगम कर रहा कोर्ट के आदेश की अवहेलना
खास बात तो ये है कि कई बार हाईकोर्ट नगर निगम को रोज पानी नहीं देने पर फटकार लगा चुका है, उसके बावजूद निगम हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए सप्ताह में सिर्फ तीन दिन ही पानी की सप्लाई कर रहा है.

तिघरा डैम से हो रहा पानी लीकेज
ग्वालियर के तिघरा डैम में अभी तक 26 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है, जो 2020 तक शहर की प्यास बुझा सकता है. हालांकि डैम में हो रहे लगातार लीकेज के चलते काफी हद तक पानी बर्बाद हो जाता है, पानी की बर्बादी के लिए निगम ने अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए हैं.

हाल ही में सेंट्रल वाटर कमीशन ने काफी हद तक पानी के लीकेज को रोकने का काम किया है, बावजूद इसके 20 फीसदी से ज्यादा पानी लीकेज की वजह से बर्बाद जाता है. जो शहर के लोगों की प्यास बुझाने के काम आ सकता है.

ग्वालियर। देश में पानी की किल्लत से हाहाकार मचा हुआ है. ग्वालियर भी जल संकट से अछूता नहीं है, शहर की प्यास बुझाने का एक एकमात्र जलस्रोत तिघरा डैम है, लेकिन नगर निगम डैम से एक दिन छोड़कर पानी दे रहा है. जिससे लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है.

नगर पालिका की लापरवाही से शहर में जलसंकट

नगर निगम कर रहा कोर्ट के आदेश की अवहेलना
खास बात तो ये है कि कई बार हाईकोर्ट नगर निगम को रोज पानी नहीं देने पर फटकार लगा चुका है, उसके बावजूद निगम हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए सप्ताह में सिर्फ तीन दिन ही पानी की सप्लाई कर रहा है.

तिघरा डैम से हो रहा पानी लीकेज
ग्वालियर के तिघरा डैम में अभी तक 26 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है, जो 2020 तक शहर की प्यास बुझा सकता है. हालांकि डैम में हो रहे लगातार लीकेज के चलते काफी हद तक पानी बर्बाद हो जाता है, पानी की बर्बादी के लिए निगम ने अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए हैं.

हाल ही में सेंट्रल वाटर कमीशन ने काफी हद तक पानी के लीकेज को रोकने का काम किया है, बावजूद इसके 20 फीसदी से ज्यादा पानी लीकेज की वजह से बर्बाद जाता है. जो शहर के लोगों की प्यास बुझाने के काम आ सकता है.

Intro:ग्वालियर- ग्वालियर जिले में हो रही पानी की किल्लत के बावजूद शहर की प्यास बुझाने का एकमात्र जरिया तिघरा डैम में पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तिघरा डैम में कभी भी 20 मार्च 2020 तक का पानी उपलब्ध है जो शहर की प्यास बुझा सकता है लेकिन नगर निगम के लोगों की प्यास बुझाने के लिए एक दिन छोड़कर पानी देता है जबकि कई बार हाईकोर्ट ने भी नगर निगम को प्रतिदिन पानी देने के लिए फटकार भी लगाई है उसके बाबजूद भी नगर निगम ने शहर को एक दिन छोड़कर ही पानी दे रहा है।


Body:तिघरा डैम में अभी तक 26 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है जो 2020 तक शहर की प्यास बुझा सकता है।तिघरा डैम में हो रहे लगातार लीकेज के चलते काफी हद तक पानी बर्बाद हो जाता है इसके लिए नगर निगम ने अभी तक कोई इस लीकेज को रोकने के लिए खास इंतजाम नहीं किए हैं हालन सेंट्रल वाटर कमीशन के द्वारा भी काफी हद तक लीकेज पानी को रोकने का काम किया गया है। लेकिन उसके बावजूद भी 20% से अधिक पानी लीकेज के बजह में बर्बाद जाता है जो शहर के लोगों की प्यास बुझाने के काम आ सकता है । लिहाजा अभी बरसात होनी है ऐसे में तिघरा डैम का जलस्तर काफी बढ़ जाता है जो आगे आने वाले गर्मी के समय में लोगों की प्यास भुजायेगा।


Conclusion:बाईट - आर एल मौर्य , निगम अधिकारी बाईट - संदीप माकिन , नगर निगम कमिश्नर
Last Updated : Jun 21, 2019, 1:31 PM IST
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