ग्वालियर। (Gwalior latest news) मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद ग्वालियर चंबल अंचल के अधिकारियों को शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चिंता सताने लगी है. यही वजह है कि मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में चुनावी स्टैंडिंग कमेटी के साथ पुलिस अधिकारियों सहित अन्य विभागों के लोगों के साथ बैठक का आयोजन हुई (Gwalior Administration on Panchayat Election). जहां जिले में चुनावी तैयारी को लेकर विस्तार से चर्चा हुई.
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ग्वालियर में 6 जनवरी को वोटिंग (Voting in Gwalior on 6th January)
जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि ग्वालियर में 6 जनवरी को एक ही चरण में समूचे जिले में मतदान होना है. जिसको लेकर सभी तरह की तैयारियां की जा रही हैं. मसलन मतपत्र छपवाने और मतदान केंद्र तैयार करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. कलेक्टर का कहना है कि अभी से सभी अधिकारियों को उनके दायित्व सौंपे जा रहे हैं ताकि किसी भी तरह की कोई लापरवाही ना हो सके और मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से हो सके.
शांतिपूर्ण वोटिंग बड़ा चैलेंज (Gwalior administration started preparations)ग्वालियर चंबल अंचल में हर बार पंचायत चुनाव में हिंसा की खबर आती है. यही वजह है कि अबकी बार पंचायती चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के बाद जिले के सभी संवेदनशील और अतिसंवेदनशील पोलिंग बूथ के अलावा डेली रूटीन में पुलिस पेट्रोलिंग का निर्देश जारी कर दिया गया है. इसके साथ जल्द ही जिले के बदमाशों की सूची तैयार की जा रही है, ताकि उन्हें जिला बदर और अन्य सेक्शन के दायरे में लिया जा सके. इसके साथ ही पुलिस लगातार बदमाशों पर नजर बनाए हुए हैं.
जिले के सभी शस्त्र लाइसेंस निलंबित
कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जिले के सभी शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं, साथ ही सभी शस्त्र लाइसेंस धारियों को निर्देश जारी किए हैं कि 10 दिसंबर तक अपने शस्त्रों को संबंधित पुलिस थाने में जमा कराएं. कलेक्टर का कहना है कि यह निर्णय जिले में होने वाली है पंचायत निर्वाचन को देखते हुए लिया गया है ताकि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके. अमूमन पंचायत चुनावों में अभी तक केवल ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को ही अपने लाइसेंसी शस्त्र पुलिस थाने में जमा कराने पड़ते थे, लेकिन इस बार शहरी इलाकों में रहने वालों को भी अपने शस्त्र जमा कराने होंगे.