ग्वालियर। योग थेरेपिस्ट प्रबल कुशवाह की चीन में रहस्यमय ढंग से मौत हो गई है. मार्च 2022 में एक चीनी युवती और एक अन्य मित्र के साथ वह चीन गया था.योग थेरेपिस्ट प्रबल चीन में योग सिखाता था और प्रदर्शन भी करता था. 20 दिसम्बर 2023 से उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था. इसके बाद परिजनों ने जब वहां एम्बेसी से संपर्क साधा तो बताया गया कि उसकी मौत हो गई. साथ ही सुसाइड की आशंका जताई. इधर परिजनों ने उसकी महिला और पुरुष मित्र पर हत्या करने का आरोप लगाया है.बेटे का शव लाने के लिए उसके परिजन परेशान हैं.
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप: परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसके साथियों ने उसे जहर देकर फांसी पर लटकाया है. परिजनों का कहना है कि प्रबल ने कुछ दिन पहले पैसों के लेनदेन को लेकर ऑनर और उसके बीच झगड़ा होना बताया था. जिसके बाद इस घटना का होना सुसाइड नहीं बल्कि उसके ऑनरों द्वारा हत्या कर उसे फांसी पर लटकाया दिया गया.
टैक्सी चालक का इकलौता बेटा था प्रबल: माधौगंज थाना क्षेत्र के रॉक्सी पुल निवासी सुरेन्द्र कुशवाह टैक्सी चालक हैं. उनका इकलौता बेटा प्रबल कुशवाह पेशे से योग थेरिपिस्ट था. फरवरी 2022 में प्रबल को चाइना के बीजिंग से योग सेंटर में नौकरी के लिए ऑफर मिला था. इस ऑफर को अपने करियर का टर्निंग प्वाइंट मानकर प्रबल नौकरी के लिए चाइना चला गया था.
शव लाने लगाई गुहार: प्रबल के पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सहित केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को आवेदन भेजकर बेटे का शव भारत मंगवाने की गुहार लगाई है.इसके साथ ही परिजनों ने भारतीय दूतावास से प्रबल की मौत पर चाइना सरकार से निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है.
40 से 45 दिन में पहुंचेगा शव: युवक की मौत के बाद भारतीय दूतावास और मृतक के परिजनों के बीच संपर्क हुआ है. जिसमें दूतावास ने प्रबल का शव इंडिया आने के लिए 40 से 45 दिन का समय लगना बताया है. वहीं मौत के मामले में दूतावास द्वारा प्रबल का फांसी पर लटका पाया जाना बताया गया है.