ग्वालियर/इंदौर। विधानसभा चुनाव के संयोजक नरेंद्र तोमर का कहना है कि केंद्रीय चुनाव समिति ने हर पहलू को ध्यान में रखते हुए अपने 39 प्रत्याशियों की सूची महीनों पहले गुरुवार को घोषित कर दी है. इसके लिए एक निर्धारित प्रक्रिया है, उसमें सभी चीजों एवं पक्षों को तौलने के बाद यह लिस्ट जारी की गई है. गुरुवार देर रात ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री एवं विधानसभा चुनाव संयोजक तोमर ने कहा कि विधानसभा सम्मेलन एवं आम मतदाता के बीच अपनी पैठ बनाने में भारतीय जनता पार्टी कहीं आगे है.
अगली सूची कब के सवाल पर चुप्पी : तोमर ने कहा कि अब पूरा ध्यान प्रदेश कार्य समिति की 20 अगस्त को होने वाली बैठक पर है. जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. जिन प्रत्याशियों की सूची गुरुवार को जारी की गई है, उन्हें बधाइयां देते हैं. लेकिन उन्होंने अन्य सीटों के उम्मीदवारों की सूची जारी कब जारी होगी, इस सवाल पर चुप्पी साध ली और मुस्कुराते हुए स्टेशन से बाहर अपने वाहन की ओर चल दिए. बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर तीन दिवसीय यात्रा पर ग्वालियर आए हैं.
सोनकच्छ सीट पर दोनों इंदौरी : मध्यप्रदेश की हाई प्रोफाइल कही जाने वाली सोनकच्छ विधानसभा सीट से इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशी इंदौरी रहेंगे. यह पहला मौका है जब इस सीट पर दोनों प्रत्याशी बाहरी हैं. हालांकि सज्जन वर्मा सोनकच्छ से स्थानीय होने का दावा करते हैं लेकिन इस बार उन्हें चुनौती देने के लिए भाजपा ने सांवेर के पूर्व विधायक राजेश सोनकर को सोनकच्छ से मौका दिया है. हालांकि टिकट की घोषणा के साथ ही सोनकर मानते हैं कि सोनकच्छ की जनता विकास का अवरोध बने माहौल और विधायक से छुटकारा चाहती है. दरअसल, देवास जिले की अनुसूचित जनजाति वर्ग की इस सीट पर सज्जन वर्मा का लंबे समय से कब्जा है. 1998 के बाद 2003 और 2008 के चुनाव में यहां से सज्जन वर्मा ने कांग्रेस का झंडा बुलंद रखा है.