ग्वालियर। यदि आप मॉर्निंग वॉक के शौकीन हैं, या फिर इस समय मार्केट में रहते हैं, तो आपकी आदत आपको बीमार बना सकती है, क्योंकि जिस तपह से ग्वालियर चंबल संभाग में सुबह-शाम सर्दी पड़ रही है, उसके चलते सुबह-शाम प्रदूषण का लेवल भी लगातार बढ़ रहा है. जबकि धूप निकलने के समय प्रदूषण कम हो जाता है. ये खुलासा जीवाजी यूनिवर्सिटी के पर्यावरण विभाग द्वारा किए गए सर्वे में हुआ है.
जीवाजी यूनिवर्सिटी के पर्यावरण अध्ययन शाला के विभाग अध्यक्ष डॉ एस के शर्मा का कहना है कि सुबह और शाम जब सर्दी पड़ती है, तो हवा में प्रदूषित कीटाणू एक जगह इकट्ठा हो जाते हैं, जिससे प्रदूषण का लेवल बढ़ जाता है. वहीं जब दिन में धूप निकलती है, तो तापमान अधिक हो जाता है, और यह पार्टिकल हवा में बिखर जाते हैं, जिससे प्रदूषण के लेवल में कमी आती है. विभाग के अध्यक्ष डॉ एसके शर्मा ने लोगों को सलाह दी है, और कहा है कि यदि आप सुबह शाम घूमने निकलते हैं, या फिर बाजार में रहते हैं, तो इस समय बाजार घूमने से बचें, बल्कि जब धूप निकल आए, उस समय मॉर्निंग वॉक के लिए निकले तो स्वास्थ के लिए बेहतर होगा.
- शहर में इस जगह मॉर्निंग वॉक करने में सबसे ज्यादा खतरा
शहर में सबसे ज्यादा प्रदूषण का स्तर उस जगह होता है, जहां पर वाहनों की आवाजाही सबसे ज्यादा होती है. इसी के चलते शहर के फूल बाग चौराहा, गोले का मंदिर, हजीरा, मुरार चौराहा , महाराज बड़ा, पुरानी छावनी ऐसी कुछ जगह हैं, जहां पर प्रदूषण का लेवल सबसे अधिक होता है. ऐसी जगहों पर डॉ एचके शर्मा ने लोगों को मॉर्निंग वॉक न करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है कि ऐसी जगह जब धूप निकल जाए, उसके बाद ही घर से मॉर्निंग वॉक या घूमने के लिए निकलें.
- सुबह मॉर्निंग वॉक करना बुजुर्गों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक
इन जगहों पर सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों के लिए है जिनकी 60 साल से ऊपर की उम्र है. ऐसे बुजुर्ग लोगों को एक जगह पर या फिर सुबह शाम घूमने के लिए नहीं जाना चाहिए और न ही घर से निकलना चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों को ही सबसे ज्यादा खतरा रहता है, क्योंकि उनकी इम्यूनिटी काफी कम होती है.