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मतदाताओं की मुट्ठी में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की सियासी तकदीर, क्या बेटे का वीडियो तरक्की पर लगाएगा ब्रेक

एमपी में 3 दिसंबर को मतणगना के साथ उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला हो जाएगा. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की बेटे की वीडियो वायरल होने के बाद मतदान के दौरान घटनाओं ने उनकी राजनीतिक जीवन पर बट्टा लगा दिया. अब केंद्रीय मंत्री के सियासी तकदीर दिमनी के मतदाताओं की मुट्ठी में है. विधानसभा के नतीजे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आगे राजनीतिक करियर का भी फैसला करेंगे. पढ़ें, ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट..

MP Voting Day
नरेंद्र सिंह तोमर का राजनीतिक भविष्य
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 1, 2023, 2:39 PM IST

देव श्रीमाली, वरिष्ठ पत्रकार

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव समाप्त हो गए हैं. अब हर किसी को नतीजे का इंतजार है. ग्वालियर चंबल संभाग में परिणाम से पहले ही सबसे ज्यादा चर्चा का विषय है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का राजनीतिक भविष्य क्या होगा? क्योंकि मतदान के कुछ दिन पहले उनके बेटे का पैसे के लेनदेन को लेकर एक के बाद एक वायरल वीडियो ने भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में भूचाल ला दिया है.

वायरल वीडियो को राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक सीधे प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साध रही है. क्या माना जाए की बेटे के वायरल वीडियो तोमर की तरक्की पर ब्रेक लगा सकते हैं?

तोमर की छवि पर लगा दाग: भारतीय जनता पार्टी के सबसे भरोसेमंद, कद्दावर नेता और बीजेपी संगठन की आंखों के तारे बने रहे, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इन दिनों बड़ी आरोपों में घिरे हुए हैं. ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर दाग लगा है. यह दाग उनके ही बेटे की वजह से लगा है. चुनाव के दौरान मतगणना से ठीक पहले एक के बाद एक वीडियो वायरल होते हैं. इसमें तोमर की बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर कनाडा में बैठे एक व्यक्ति से पैसे के लेनदेन को लेकर बातचीत करते हुए दिखाई देते हैं.

इन वायरल वीडियो में पहले 100 करोड़, 500 करोड़ फिर 10000 करोड रुपए की लेनदेन की बातचीत होती दिखाई दी. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो मध्य प्रदेश की ही नहीं बल्कि पूरे देश भर की सियासत में भूचाल आ गया. ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब खुद केंद्रीय कृषि मंत्री ही नरेंद्र सिंह तोमर इस पूरे मामले पर बचते हुए नजर आए और उन्होंने इस दौरान मीडिया को कोई भी जवाब नहीं दिया.

मतदान से कुछ दिन पहले हुआ था खुलासा: यह वीडियो सोशल मीडिया पर उस दौरान वायरल हुआ, जब मतदान में कुछ ही समय शेष रह गया था. इस दौरान तोमर के दोनों बेटे उनकी विधानसभा में लगातार प्रचार प्रसार कर रहें थे. एक के बाद एक जब वीडियो वायरल हुई, तो तोमर के बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर गायब हो गए और फिर वह कैंपेन में नजर नहीं आए.

चुनाव के बीच यह मामला इतना तूल पकड़ गया कि खुद राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को और नरेंद्र सिंह तोमर को घेरते हुए नजर आए. सबसे खास बात यह कि इस पूरे मामले में बीजेपी का कोई बड़ा नेता तोमर के बचाव में नहीं आया और ना ही इस मामले को लेकर किसी ने बयान दिया.

पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की राजनीतिक करियर में यह एक सबसे बड़ा दाग है. वह संगठन की सबसे चेहते नेताओं में एक है. इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी के सबसे भरोसेमंद नेता माने जाते हैं. जब किसी भी राज्य में सरकार संकट में होता है, तो संगठन का वरिष्ठ नेतृत्व उनको ही जिम्मेदारी देता है. वह वहां पर सरकार या पार्टी का मुख्यमंत्री बना कर आते हैं.

यही कारण है कि अबकी बार मध्य प्रदेश में अगर मुख्यमंत्री का चेहरा बदल जाता तो सबसे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम आ गया था. लेकिन एन वक्त पर उनके बेटे के पैसे के लेनदेन को लेकर वायरल वीडियो ने पूरा खेल बिगाड़ दिया है. सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के करियर पर बहुत बड़ा दाग है. इसको लेकर इस मध्य प्रदेश के चुनावो के बाद वरिष्ठ नेता की कुछ बड़ा एक्शन ले सकता है.

मतदान के दिन दिमनी में पत्थरबाजी की घटना सामने आई: दूसरी ओर बेटे के एक के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जब मतदान हुआ, तो उस दौरान पूरे मध्य प्रदेश में दिमनी विधानसभा ही चर्चित रही क्यों कि यहां पर जमकर पथराव और फायरिंग देखने को मिली. यहां पर अलग-अलग गांव में ठाकुर और ब्राह्मण दोनों जातियों के वोटरों के बीच पथराव और फायरिंग की आधा दर्जन से अधिक घटना हुई.

पुलिस और बीएसएफ को लोगों के घरों की बाहर से कुंडिया लगानी पड़ी. क्षत्रिय समाज की ओर से कहा गया कि वोट डालने आओगे तो लाठिया से पिटोगे, यदि फिर भी आओगे तो नींबू हल्दी साथ लाना. वहीं ब्राह्मण समाज की ओर से भी चेतावनी दी गई के वोट तो सभी डालेंगे फिर चाहे कुछ भी हो जाए. इस तरह की घटनाएं तोमर की विधानसभा में हुई जिसे वोटिंग के दौरान उन पर कई सवाल खड़े हुए.

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देव श्रीमाली, वरिष्ठ पत्रकार

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव समाप्त हो गए हैं. अब हर किसी को नतीजे का इंतजार है. ग्वालियर चंबल संभाग में परिणाम से पहले ही सबसे ज्यादा चर्चा का विषय है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का राजनीतिक भविष्य क्या होगा? क्योंकि मतदान के कुछ दिन पहले उनके बेटे का पैसे के लेनदेन को लेकर एक के बाद एक वायरल वीडियो ने भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में भूचाल ला दिया है.

वायरल वीडियो को राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक सीधे प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साध रही है. क्या माना जाए की बेटे के वायरल वीडियो तोमर की तरक्की पर ब्रेक लगा सकते हैं?

तोमर की छवि पर लगा दाग: भारतीय जनता पार्टी के सबसे भरोसेमंद, कद्दावर नेता और बीजेपी संगठन की आंखों के तारे बने रहे, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर इन दिनों बड़ी आरोपों में घिरे हुए हैं. ऐसा पहली बार देखने को मिला है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर दाग लगा है. यह दाग उनके ही बेटे की वजह से लगा है. चुनाव के दौरान मतगणना से ठीक पहले एक के बाद एक वीडियो वायरल होते हैं. इसमें तोमर की बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर कनाडा में बैठे एक व्यक्ति से पैसे के लेनदेन को लेकर बातचीत करते हुए दिखाई देते हैं.

इन वायरल वीडियो में पहले 100 करोड़, 500 करोड़ फिर 10000 करोड रुपए की लेनदेन की बातचीत होती दिखाई दी. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो मध्य प्रदेश की ही नहीं बल्कि पूरे देश भर की सियासत में भूचाल आ गया. ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब खुद केंद्रीय कृषि मंत्री ही नरेंद्र सिंह तोमर इस पूरे मामले पर बचते हुए नजर आए और उन्होंने इस दौरान मीडिया को कोई भी जवाब नहीं दिया.

मतदान से कुछ दिन पहले हुआ था खुलासा: यह वीडियो सोशल मीडिया पर उस दौरान वायरल हुआ, जब मतदान में कुछ ही समय शेष रह गया था. इस दौरान तोमर के दोनों बेटे उनकी विधानसभा में लगातार प्रचार प्रसार कर रहें थे. एक के बाद एक जब वीडियो वायरल हुई, तो तोमर के बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर गायब हो गए और फिर वह कैंपेन में नजर नहीं आए.

चुनाव के बीच यह मामला इतना तूल पकड़ गया कि खुद राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को और नरेंद्र सिंह तोमर को घेरते हुए नजर आए. सबसे खास बात यह कि इस पूरे मामले में बीजेपी का कोई बड़ा नेता तोमर के बचाव में नहीं आया और ना ही इस मामले को लेकर किसी ने बयान दिया.

पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की राजनीतिक करियर में यह एक सबसे बड़ा दाग है. वह संगठन की सबसे चेहते नेताओं में एक है. इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी के सबसे भरोसेमंद नेता माने जाते हैं. जब किसी भी राज्य में सरकार संकट में होता है, तो संगठन का वरिष्ठ नेतृत्व उनको ही जिम्मेदारी देता है. वह वहां पर सरकार या पार्टी का मुख्यमंत्री बना कर आते हैं.

यही कारण है कि अबकी बार मध्य प्रदेश में अगर मुख्यमंत्री का चेहरा बदल जाता तो सबसे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम आ गया था. लेकिन एन वक्त पर उनके बेटे के पैसे के लेनदेन को लेकर वायरल वीडियो ने पूरा खेल बिगाड़ दिया है. सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के करियर पर बहुत बड़ा दाग है. इसको लेकर इस मध्य प्रदेश के चुनावो के बाद वरिष्ठ नेता की कुछ बड़ा एक्शन ले सकता है.

मतदान के दिन दिमनी में पत्थरबाजी की घटना सामने आई: दूसरी ओर बेटे के एक के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जब मतदान हुआ, तो उस दौरान पूरे मध्य प्रदेश में दिमनी विधानसभा ही चर्चित रही क्यों कि यहां पर जमकर पथराव और फायरिंग देखने को मिली. यहां पर अलग-अलग गांव में ठाकुर और ब्राह्मण दोनों जातियों के वोटरों के बीच पथराव और फायरिंग की आधा दर्जन से अधिक घटना हुई.

पुलिस और बीएसएफ को लोगों के घरों की बाहर से कुंडिया लगानी पड़ी. क्षत्रिय समाज की ओर से कहा गया कि वोट डालने आओगे तो लाठिया से पिटोगे, यदि फिर भी आओगे तो नींबू हल्दी साथ लाना. वहीं ब्राह्मण समाज की ओर से भी चेतावनी दी गई के वोट तो सभी डालेंगे फिर चाहे कुछ भी हो जाए. इस तरह की घटनाएं तोमर की विधानसभा में हुई जिसे वोटिंग के दौरान उन पर कई सवाल खड़े हुए.

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