ग्वालियर। एटीएम से लेनदेन पर सभी बैंक ग्राहकों से अतिरिक्त चार्ज वसूलती है. इसके बदले में बैंक ग्राहकों को यह सुविधा पैसे की लेनदेन की सुविधा उपलब्ध कराती है, लेकिन ग्वालियर शहर में ग्राहकों से अतिरिक्त चार्ज के नाम पर सुविधाएं नहीं मिल पा रही है और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि ग्वालियर शहर में आधे से ज्यादा एटीएम में पैसे नहीं है या फिर वह खराब पड़े हैं. यही वजह है कि ग्राहक एटीएम उपयोग करने का अतिरिक्त चार्ज देने के बावजूद भी चक्कर काट रहा है. इसी की पड़ताल करने के लिए आज ईटीवी भारत की टीम शहर के अलग-अलग इलाकों में पहुंची. जहां पर जाना कि कितने एटीएम पूरी तरीके से संचालित हो रहे हैं.
ग्वालियर से लगभग 1000 से ज्यादा एटीएम संचालित हो रहे हैं, जिसमें सभी बैंको की एटीएम शामिल हैं. लेकिन शहर के कई इलाके ऐसे हैं कि एटीएम मशीन महीनों से बंद पड़ी हुई है, तो कई एटीएम ऐसे हैं, जिनमें पैसा नहीं मिलता है. यही वजह है कि ग्राहकों को एटीएम के चक्कर काटने पड़ते हैं. ईटीवी भारत की टीम सबसे पहले ग्वालियर शहर के सबसे पॉश इलाका कहे जाने वाला सिटी सेंटर एरिया में पहुंची, जहां पर सभी बैंक संचालित होते हैं. मतलब सभी बैंकों की ब्रांच यहां पर मौजूद है, यही वजह है कि इस इलाके में सबसे ज्यादा एटीएम भी लगे हुए हैं. लेकिन जब हमने पड़ताल की तो इस इलाके में आधे से ज्यादा एटीएम अनुपयोगी हैं. मतलब कई एटीएम मशीनों में पैसे नहीं है तो कई मशीनें बंद पड़ी हुई है. खास बात यह कि ज्यादातर एटीएम पर गार्ड तैनात नहीं है. यही वजह है कि सबसे ज्यादा शहर में लूट और ठगी की घटनाएं सामने आती है.
आधे से ज्यादा एटीएम अनुपयोगी
ग्वालियर शहर का सबसे हाई प्रोफाइल इलाका कहा जाने वाले सिटी सेंटर में सभी बैंकों के 200 से ज्यादा एटीएम संचालित हो रहे हैं. लेकिन इनमें से लगभग 40% एटीएम ग्राहकों के लिए उपयोगी हैं. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि कई एटीएम में कैस नहीं है तो कोई एटीएम अस्थाई रूप से बंद पड़ा हुआ है. कई एटीएम मशीनें ऐसी हैं जो चालू होने के बादजूद भी उनके कीपैड काम नहीं कर रहे हैं. यही वजह है कि ग्राहक को एटीएम शुल्क देने के बावजूद भी उनको सुविधाएं प्रदान नहीं हो पा रही है.
50% एटीएम पर सुरक्षा की नहीं है कोई इंतजाम
शहर के आधे से ज्यादा एटीएम पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है मतलब इन एटीएम पर कोई भी गार्ड तैनात नहीं है. यही वजह है कि शहर में आए दिन लूट या ठगी की घटनाएं सामने आ रही है. घर तैनात ना होने के कारण ठगी करने वाले गिरोह एटीएम के आसपास सक्रिय होते हैं और जब भी कोई अनजान व्यक्ति या महिला एटीएम पर पहुंचती है तो उनकी मदद के नाम पर ठगी करते हैं.
सोशल डिस्टेंस और सैनिटाइजर की नहीं कोई व्यवस्था
कोरोना संक्रमण काल के शुरुआती दिनों में एटीएम सेंटरों पर सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई थी. साथ ही हर एटीएम सेंटर पर सोशल डिस्टेंस के जरिए ग्राहक पैसे निकाल रहे थे. एटीएम सेंटरों को रोज सैनिटाइज किया जा रहा था. अब हालात यह है एटीएम सेंटरों को देखने वाला कोई नहीं है. ना तो एटीएम सेंटर पर गार्ड मौजूद है और ना ही सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा जा रहा है.