ग्वालियर। स्वच्छता अभियान में ग्वालियर की रैंकिग आगे लाने के लिए निगम प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. वहीं निगम अमला सड़क किनारे लगे गरीबों के आशियाने उजाड़ने पहुंचा. मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जैसे ही इस बात की जानकारी मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंच गए और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.
मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के मौके पर पहुंचते ही कलेक्टर, नगर निगम और एसपी मौके पहुंचे. जिसके बाद तीनों अधिकारियों ने मंत्री तोमर के साथ बंद कमरे में बैठकर करीब एक घंटे तक चर्चा की. जिसके बाद ये निष्कर्ष निकाला गया कि गरीब परिवारों की निगम ने झोपड़ियां तोड़ी हैं.
जिसके बाद उन्हें स्थाई आवास उपलब्ध कराए जाएंगे. साथ ही उन्हें रेडक्रॉस 50-50 हजार की आर्थिक मदद भी की जाएगी. जब तक उनके लिए अस्थाई आवासों का इंतजाम नहीं होता है, तब तक उन्हें किसी अन्य जगह पर रखा जाएगा.
गौरतलब है कि पिछले 5 साल में नगर निगम का स्वच्छता को लेकर बजट करीब 3 गुना बढ़ गया है. पहले जहां 20 करोड़ खर्च होते थे, वहीं अब निगम स्वच्छता पर लगभग 60 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है. इसके बावजूद भी ग्वालियर जिले की रैकिंग लगातार गिरती जा रही है. जिसको लेकर नगर निगम खासा चिंतित हैं.
वहीं इस मामले में मंत्री तोमर का कहना है कि वो चाहती हैं कि ग्वालियर साफ सफाई में अव्वल हो, लेकिन उसके लिए किसी गरीब के आशियाने उजाड़ा जाए, ऐसी उनकी सरकार की मंशा नहीं है.