ग्वालियर। मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी को लेकर मुहिम छेड़े हुए हैं. वहीं, बीजेपी नेता इस मुद्दे पर खुलकर बोलने से बच रहे हैं. लेकिन अपने बयानों और अलग कार्यशैली के लिए चर्चित ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना हैं कि कई ऐसे प्रदेश हैं, जहां पर शराबबंदी हो गई है. पर उसके परिणाम क्या हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के लिए क्या लोगों को खुद प्रेरित नहीं होना चाहिए.
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उदाहरण देकर समझाया : तोमर ने उदाहरण देते हुए कहा कि जब आप सब्जी खरीदने के लिए जाते हैं तो आप किसी के कहने पर सब्जी नहीं खरीदते हैं और ना ही कोई आपको बाध्य करता है. ऐसे ही शराब की बोतल आपके पास नहीं जाती है, बल्कि इसे आप खरीदते हो और पीते हो. यह स्वप्रेरणा है और इसको लेकर सरकार जागरूक है. सरकार आपको सचेत कर रही है. उसके बाद भी आप सचेत नहीं हो रहे हो तो यह जिम्मेदारी आपकी है. शराबबंदी के लिए लोगों को जागरूक होना पड़ेगा, तभी शराबबंदी हो सकती है.