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देश में खाद्यान्न का संकट नहीं, कृषि मंत्री ने कहा- बदलते मौसम के अनुरूप बीज उत्पादन में जुटे वैज्ञानिक - प्रतिकूल मौसम में भारत में कोई खाद्य संकट नहीं

बेमौसम बरसात ने किसानों को खासा नुकसान पहुंचाया है. फसलें पूरी तरह चौपट हो गईं, जो बची भी उनकी गुणवत्ता पर असर पड़ा है. जिसके चलते फसलों का सही दाम नहीं मिल रहा है जिससे किसान परेशान है. किसानों को मुआवजा देने की बात कृषि मंत्री तोमर ने की है. देश में खाद्दान की कमी को लेकर भी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने चिंता नहीं करने की बात कही है.

minister narendra tomar
मंत्री नरेंद्र तोमर
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Published : Apr 9, 2023, 3:21 PM IST

मंत्री नरेंद्र तोमर

ग्वालियर। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश में बेमौसम बारिश के बावजूद खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है. एग्रीवॉच स्टडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गेहूं के उत्पादन में करीब 20 लाख टन कमी आएगी. केंद्रीय मंत्री रविवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि देश मे खाद्यान्न का कोई संकट नहीं है और बेमौसम बारिश से परेशान किसानों को केंद्र और राज्य सरकार उचित मुआवजा देगी. फिलहाल इसका आंकलन किया जा रहा है.

खाद्यान्न की नहीं होगी दिक्कत: कृषि मंत्री ने बेमौसम बारिश से हुए फसल नुकसान पर दुख जताया है. तोमर ने कहा कि बेमौसम बारिश से नुकसान हुआ है लेकिन देश मे खाद्यन्न की कमी नहीं आएगी. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर ने कहा कि देश मे बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान हुआ है, देशभर का नुकसान केंद्र और राज्य सरकारों के संज्ञान में है. तोमर ने दावा किया कि नुकसान के बाद भी अगर उत्पादन का औसत देखेंगे तो देश में खाद्यान्न की दिक्कत नहीं आएगी. तोमर ने कहा कि स्वाभाविक रूप से जब नुकसान होता है तो उसकी एक प्रक्रिया होती है. राज्य सरकार मुआवजा देती है, जरूरत पड़ी तो केंद्र भी मदद करता है. मोदी सरकार पूरी तरह से किसानों के लिए प्रतिबद्ध है. फसल नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार भी राज्य सरकारों के साथ खड़ी है.

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सहयोग करेगी केंद्र सरकार: जब भी राज्य सरकारों की तरफ से मेमोरंडम आएगा तो केंद्र सरकार पूरी ताकत से किसानों को सहयोग करेगी. देश मे सामान्य तौर पर जो फसलों का नुकसान हुआ है, वह दुखद है लेकिन खाद्यान्न की कोई कमी नहीं आएगी. केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने बताया है कि आज जलवायु परिवर्तन का संकट हम सब लोगों के सामने विद्यमान है. हमारे आईसीआर के सभी कृषि वैज्ञानिकों ने नए बीजों को इज़ाद किया है, जो जलवायु परिवर्तन के इस दौर में भी वातावरण को सहन कर सकें. किसानों को ऐसे ही बीजों का उपयोग करना चाहिए. तोमर ने कहा कि फसल नुकसान के आंकलन और मुआवजे के लिए राज्य सरकारें सर्वे करा रही हैं. उत्पादन में कमी आएगी लेकिन खाद्यन्न का संकट नही आएगा. यहां बता दें कि ऐग्रीवाच की स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है कि बे मौसम बारिश के चलते गेंहू के उत्पादन में 10 से 20 लाख टन की कमी आएगी.

मंत्री नरेंद्र तोमर

ग्वालियर। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश में बेमौसम बारिश के बावजूद खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है. एग्रीवॉच स्टडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गेहूं के उत्पादन में करीब 20 लाख टन कमी आएगी. केंद्रीय मंत्री रविवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि देश मे खाद्यान्न का कोई संकट नहीं है और बेमौसम बारिश से परेशान किसानों को केंद्र और राज्य सरकार उचित मुआवजा देगी. फिलहाल इसका आंकलन किया जा रहा है.

खाद्यान्न की नहीं होगी दिक्कत: कृषि मंत्री ने बेमौसम बारिश से हुए फसल नुकसान पर दुख जताया है. तोमर ने कहा कि बेमौसम बारिश से नुकसान हुआ है लेकिन देश मे खाद्यन्न की कमी नहीं आएगी. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर ने कहा कि देश मे बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान हुआ है, देशभर का नुकसान केंद्र और राज्य सरकारों के संज्ञान में है. तोमर ने दावा किया कि नुकसान के बाद भी अगर उत्पादन का औसत देखेंगे तो देश में खाद्यान्न की दिक्कत नहीं आएगी. तोमर ने कहा कि स्वाभाविक रूप से जब नुकसान होता है तो उसकी एक प्रक्रिया होती है. राज्य सरकार मुआवजा देती है, जरूरत पड़ी तो केंद्र भी मदद करता है. मोदी सरकार पूरी तरह से किसानों के लिए प्रतिबद्ध है. फसल नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार भी राज्य सरकारों के साथ खड़ी है.

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सहयोग करेगी केंद्र सरकार: जब भी राज्य सरकारों की तरफ से मेमोरंडम आएगा तो केंद्र सरकार पूरी ताकत से किसानों को सहयोग करेगी. देश मे सामान्य तौर पर जो फसलों का नुकसान हुआ है, वह दुखद है लेकिन खाद्यान्न की कोई कमी नहीं आएगी. केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने बताया है कि आज जलवायु परिवर्तन का संकट हम सब लोगों के सामने विद्यमान है. हमारे आईसीआर के सभी कृषि वैज्ञानिकों ने नए बीजों को इज़ाद किया है, जो जलवायु परिवर्तन के इस दौर में भी वातावरण को सहन कर सकें. किसानों को ऐसे ही बीजों का उपयोग करना चाहिए. तोमर ने कहा कि फसल नुकसान के आंकलन और मुआवजे के लिए राज्य सरकारें सर्वे करा रही हैं. उत्पादन में कमी आएगी लेकिन खाद्यन्न का संकट नही आएगा. यहां बता दें कि ऐग्रीवाच की स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है कि बे मौसम बारिश के चलते गेंहू के उत्पादन में 10 से 20 लाख टन की कमी आएगी.

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