ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के राजनैतिक करियर में यह बहुत बड़ी जीत मानी जा रही है. क्योंकि जिस तरीके से चुनाव में उनके बेटे के पैसे लेनदेन को लेकर वीडियो वायरल हुए थे, उसके बाद उन पर कई सवाल खड़े होने लगे थे. तोमर की प्रचंड जीत के बाद अब वह ग्वालियर चंबल अंचल से मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए प्रबल दावेदार हो गए है. उनके समर्थक अब उन्हें सीएम पद का दावेदार बता रहे हैं. तोमर को बीजेपी का संकटमोचक कहा जाता है. तोमर एक बार फिर पार्टी की भरोसे पर खरे उतरे हैं. Narendra Singh Tomar contender for CM post
क्यों हैं सीएम पद के दावेदार : बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मध्य प्रदेश समिति का संयोजक बनाया और उसके बाद प्रदेश के चुनाव की कमान उन्हें सौंपी. यही कारण है कि उनकी कुशल क्षमता और कार्यशैली से प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनाने के लिए वह अग्रसर हैं. अपनी विधानसभा सीट को जीतने के बाद मध्य प्रदेश में सीएम के चेहरे के लिए तोमर प्रबल दावेदार हो गए हैं. अगर पार्टी सीएम का चेहरा बदलती है तो इस अंचल से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सबसे आगे होंगे. Narendra Singh Tomar contender for CM post
बेटे के वीडियो से इमेज पर सवाल : मध्य प्रदेश का यह विधानसभा चुनाव नरेंद्र सिंह तोमर के लिए आसान नहीं रहा है. क्योंकि चुनाव के बीच उनके बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर का पैसे के लेनदेन को लेकर वीडियो वायरल हुआ और उसके बाद मध्य प्रदेश में हड़कंप मच गया. इस वीडियो में 10 हजार करोड़ के लेनदेन की बातचीत ने तोमर की राजनीतिक कैरियर पर दाग लगा दिया. उसके बाद तोमर के सीएम की दावेदारी पर भी प्रश्नचिह्न लग गया और राजनीतिक गलियों में चर्चा होने लगी कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सीएम की रेस से पूरी तरह बाहर हो चुके हैं. Narendra Singh Tomar contender for CM post
चुनाव प्रचार के दौरान भी विवाद : इसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की विधानसभा दिमनी में मतदान के दौरान हुए पथराव और फायरिंग के बाद यह कयास लगाए जाने लगे कि अब तोमर के राजनीतिक कैरियर पर संकट मंडराने लगा है. लेकिन अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ने प्रचंड जीत दर्ज की है. लेकिन क्या वह सीएम के चेहरे के लिए प्रबल दावेदार है या नहीं या आगे पता लगेगा, लेकिन पार्टी ने जिस तरीके से उन पर भरोसा जताया, उस पर वह कामयाब हो गए. क्योंकि वह चुनाव समिति के संयोजक थे और पूरे प्रदेश में टिकटों के वितरण भी उन्हीं के हाथों हुआ था. यही कारण है कि जिस तरीके से अबकी बार बीजेपी प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने की ओर अग्रसर है, इससे तोमर को जरूर फायदा मिलेगा. Narendra Singh Tomar contender for CM post