ग्वालियर। मध्यप्रदेश में भोपाल और इंदौर के बाद अब ग्वालियर में मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए सरकारी प्रयास शुरू हो गए हैं. इसी क्रम में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने अधिकारियों के साथ मेट्रो के ट्रैफिक प्लान को लेकर बैठक की. बैठक के बाद तोमर ने दावा किया कि ग्वालियर में जल्द ही मेट्रो ट्रेन चलाने का सपना साकार हो जाएगा. उन्होंने कहा, 'केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस काम के लिए लगातार प्रयासरत हैं. शहर के कुछ स्थानों पर मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए प्लान तैयार किया गया है. जब इसकी डीपीआर तैयार हो जाएगी तो मेट्रो ट्रेन का काम शुरू हो जाएगा.'
दो रूट तय: ग्वालियर मेन सिटी ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए शहर में नियो मेट्रो ट्रेन चलाने की प्लानिंग की जा रही है. मेट्रो संचालन के लिए डीपीआर बनाई जा रही है. इसमें भिंड रोड से गुप्तेश्वर पहाड़ी और एबी रोड से पड़ाव चौराहे तक के रूट तय किए गए हैं. इसकी लंबाई लगभग 23 किलोमीटर की होगी और इस पूरे रूट में 18 से 32 मीटर तक की सड़क मिलेगी. इस रूट पर नियो मेट्रो 5 लाख 10 हजार 144 लोगों की आबादी को कवर करेगी. पूरे रूट पर 18 पुल तैयार होंगे. अनुमान के मुताबिक, एक किलोमीटर ट्रैक बनाने पर करीब 350 करोड़ रुपए की लागत आएगी.
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कांग्रेस ने कहा- सपने दिखा रही भाजपा: वहीं, कांग्रेस इस कवायद को चुनावी स्टंट बता रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, 'केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक हार के डर से शहरवासियों को बड़े-बड़े सपने दिखाने में लगे हैं. धरातल पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा है. शहर की ट्रैफिक व्यवस्था कई सालों से ध्वस्त पड़ी हुई है. यहां हर वक्त जाम की स्थिति रहती है लेकिन सिंधिया इसको दुरुस्त नहीं कर पाए हैं. अब वह मेट्रो ट्रेन की बात कर रहे हैं लेकिन वे बताएं कि मेट्रो को इन संकरी गलियों में कैसे चलाएंगे.'