ग्वालियर। दसवीं बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में टॉप टेन में शामिल रही भिंड की रोशनी भदौरिया को एक कार्यक्रम के दौरान इलेक्ट्रिक साइकिल भेंट की गई. खास बात यह है कि रोशनी अपने गांव अजनोल से करीब 12 किलोमीटर दूर मेहगांव कस्बे में पढ़ने जाती हैं. उसकी रोजाना 24 किलोमीटर की साइकिलिंग होती थी, उसने पिछले दिनों घोषित दसवीं बोर्ड परीक्षा में 98.5 फीसदी अंक लाकर सभी को चौंका दिया था. सीमित संसाधनों के बीच रोशनी ने पढ़ाई को तवज्जो दी.
उसके मिशन को कामयाब बनाने के लिए घर वालों ने भी कोई कोई कसर नहीं छोड़ी. उसके पिता पुरुषोत्तम भदौरिया एक किसान हैं. उन्होंने बेटी की इच्छा के अनुसार उसे पढ़ाई का पूरा माहौल दिया. रोशनी भविष्य में आइएएस बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं. व्यापारियों की प्रतिष्ठित संस्था कैट, मेदांता मेडिसिटी के सीएमडी डॉ. नरेश त्रेहान और हीरो साइकिल के पंकज मुंजाल के संयुक्त कोशिशों से प्रदेश के मेधावी बच्चों को हर साल 120 साइकिल प्रदान करने की घोषणा भी इस कार्यक्रम में की गई है.
इस मौके पर रोशनी भदौरिया साइकिल पाकर बेहद खुश हैं. उसे लगता है कि लैपटॉप और मैरिट सूची में आने के बाद मिले उपहार से वह अपनी मंजिल तक पहुंचने में कामयाब होगी. ग्रामीण सूची में आने वाले 10 छात्रों को सरकार की ओर से पहले ही लैपटॉप देने की घोषणा की गई है. वहीं सांसद विवेक तनखा भी मेधावी छात्रों को लैपटॉप दे रहे हैं. समाजसेवी और पूर्व सांसद तनखा की तरफ से आगामी साल से बोर्ड के मेधावी छात्रों को करीब 120 साइकिलें गिफ्ट में दी जाएंगी. इसके पीछे का मुख्य मकसद छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करना है.