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आयुर्वेदिक कॉलेज में बड़े पैमाने पर दवा का उत्पादन, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने का दावा

कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवा ग्वालियर के आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं महाविद्यालय संस्थान में बनाई जा रही है.

boost up immune system
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने वाली दवा हो रही तैयार
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Published : Apr 21, 2020, 4:57 PM IST

ग्वालियर। जिले के आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं महाविद्यालय संस्थान में इन दिनों बड़े पैमाने पर लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विशेष प्रकार की दवा की पैकिंग का काम चल रहा है. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने हरी झंडी मिलने के बाद यहां से चार हजार किलो गिलोय, घनवटी और त्रिकूट चूर्ण की खेप आ चुकी है, जिससे आयुर्वेदिक कॉलेज के चिकित्सक और उनका पैरामेडिकल स्टाफ पैकिंग करने के काम में जुटा हुआ है.

कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए आयुष मंत्रालय ने लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इस दवा को लोगों में वितरित करने के निर्देश दिए हैं, इस काम में करीब 35 से 40 आयुर्वेदिक कर्मचारी और अधिकारी लगे हुए हैं. अभी तक दो लाख लोगों तक ये दवा पहुंचाई जा चुकी है, लेकिन बड़ी आबादी को मेडिसिन देना अभी बाकी है.

इसके साथ ही इस किट में होम्योपैथिक दवा की गोलियां भी दी जा रही है. भोजन के बाद गिलोय घनवटी की दो-दो गोली सुबह-शाम, वहीं त्रिकूट चूर्ण की चार चुटकी रात को गुनगुने पानी के साथ लेने की सलाह दी जा रही है. इनमें काली मिर्च गिलोय और सोंठ का मिश्रण किया जाता है. इससे गले में किसी भी तरह की खराश और पेट संबंधी विकार दूर होने का दावा किया गया है.

ग्वालियर। जिले के आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं महाविद्यालय संस्थान में इन दिनों बड़े पैमाने पर लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विशेष प्रकार की दवा की पैकिंग का काम चल रहा है. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने हरी झंडी मिलने के बाद यहां से चार हजार किलो गिलोय, घनवटी और त्रिकूट चूर्ण की खेप आ चुकी है, जिससे आयुर्वेदिक कॉलेज के चिकित्सक और उनका पैरामेडिकल स्टाफ पैकिंग करने के काम में जुटा हुआ है.

कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए आयुष मंत्रालय ने लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इस दवा को लोगों में वितरित करने के निर्देश दिए हैं, इस काम में करीब 35 से 40 आयुर्वेदिक कर्मचारी और अधिकारी लगे हुए हैं. अभी तक दो लाख लोगों तक ये दवा पहुंचाई जा चुकी है, लेकिन बड़ी आबादी को मेडिसिन देना अभी बाकी है.

इसके साथ ही इस किट में होम्योपैथिक दवा की गोलियां भी दी जा रही है. भोजन के बाद गिलोय घनवटी की दो-दो गोली सुबह-शाम, वहीं त्रिकूट चूर्ण की चार चुटकी रात को गुनगुने पानी के साथ लेने की सलाह दी जा रही है. इनमें काली मिर्च गिलोय और सोंठ का मिश्रण किया जाता है. इससे गले में किसी भी तरह की खराश और पेट संबंधी विकार दूर होने का दावा किया गया है.

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