ग्वालियर। शहर में 13 फरवरी को ओबीसी महासभा द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन और रैली को जबरन रोकने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. ओबीसी महासभा का आरोप है कि उनके पास प्रदर्शन और रैली की इजाजत थी. बावजूद इसके अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया.
ग्वालियर में ओबीसी महासभा द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की तरह ही जनगणना और जनसंख्या के हिसाब से OBC को 27 फीसदी आरक्षण देने की मांग को लेकर 13 फरवरी को एक प्रदर्शन का आह्वान किया गया था. इस प्रदर्शन के बाद अंबेडकर पार्क फूलबाग से महाराज बाड़े तक एक रैली निकालने की भी योजना थी. लेकिन प्रशासन में अंबेडकर पार्क के बाहर ही कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया और दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया. दो दिन जेल में रहने के बाद उनकी किसी तरह जमानत हो सकी.
यह है पूरा मामला:- आरक्षण की मांग को लेकर OBC महासभा का प्रदर्शन, पुलिस ने हिरासत में लिया
ओबीसी महासभा का कहना है कि वो इसके लिए न्याय का दरवाजा खटखटाएंगे क्योंकि आंदोलन को दबाने के लिए प्रशासन ने ये काम किया था. ऐसे में दोषी अफसरों और पुलिस पर कार्रवाई के लिए उन्होंने मांग की गई है. इसके अलावा 23 फरवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर जनगणना संबंधी मांग पर एक बड़ा आंदोलन किया जा रहा है. जिसमें ग्वालियर चंबल संभाग से ओबीसी सदस्य बड़ी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है.