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ग्वालियरः दोस्त पर किया भरोसा तो लग गया 40 लाख का चूना

ग्वालियर के इंदरगंज थाना में विश्वास के बदले एक शख्स को धोखा मिला है. मुक्तिदेव शर्मा को उनके दोस्त ने पहले से गिरवी रखी जमीन बेच दी. इस ठगी में आरोपी की पत्नी भी शामिल है. अब दोनों गायब हैं.

Fraud in Gwalior
धोखाधड़ी
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Published : Jan 7, 2021, 5:06 PM IST

ग्वालियर। इंदरगंज थाना क्षेत्र में एक दंपति ने अपने करीबी को 40 लाख का चूना लगा दिया. इसके लिए उन्होंंने लंबी प्लानिंग की. मामले का खुलासा होने पर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है. पुलिस पति-पत्नी की तलाश कर रही है.

दोस्ती में दगा

कैसे लगाया चूना

दंपति एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के पास तीन प्लॉट गिरवी रखकर, उससे पैसा उधार लिया. फिर इन तीनों प्लॉटों को चुपचाप अपने दोस्त को बेच दिया. करीब 2 साल तक खरीददार जमीन को अपना समझकर उसकी निगरानी करते रहे. जब प्लाट्स पर निर्माण कार्य शुरू किया, तो कंपनी ने आपत्ति दर्ज की. कंपनी के अधिकारियों ने दस्तावेज दिखाए और पूरे मामले का खुलासा हुआ.

दोस्ती का ये सिला मिला...

ठगी के शिकार होने वाले शख्स का नाम मुक्तिदेव शर्मा हैं. जो शब्दप्रताप आश्रम में रहते हैं. वहीं आरोपियों के नाम विनोद सिंघल और सरला सिंघल है. मुक्तिदेव और विनोद में पुरानी दोस्ती थी. 2 साल पहले मुक्ति देव ने जमीन खरीदने का प्लान बनाया था. विनोद ने उन्हें बताया कि पुरानी छावनी पर उनके तीन प्लॉट हैं. उसे खरीद लो. आपस में दाम भी कम देना पड़ेंगे. दोस्त की बात पर भरोसा कर 18 लाख 59 हजार में बड़े प्लॉट, दूसरे का 15 लाख 95 हजार में सौदा किया. जबकि तीसरा प्लॉट प्रशंसा शर्मा के नाम से 6 लाख 44 हजार रुपये में खरीदा.

पति-पत्नी घर से गायब

चूंकि सौदा परिचित से हुआ था, तो मुक्तिदेव शर्मा ने ज्यादा खोजबीन भी नहीं. वे यही मानते रहे कि प्लॉट उनके हो गए हैं. कंपनी की आपत्ति के बाद ही सच्चाई सामने आई. इसके बाद मुक्तिदेव ने विनोद को कॉल किया तो उसका नंबर बंद है. वो दंपति के घर भी गए, लेकिन दोनों गायब हैं. खुद को ठगा महसूस करने पर मुक्तिदेव शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है. वहीं एएसपी सतेंद्र सिंह तोमर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की बात कही है.

ग्वालियर। इंदरगंज थाना क्षेत्र में एक दंपति ने अपने करीबी को 40 लाख का चूना लगा दिया. इसके लिए उन्होंंने लंबी प्लानिंग की. मामले का खुलासा होने पर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है. पुलिस पति-पत्नी की तलाश कर रही है.

दोस्ती में दगा

कैसे लगाया चूना

दंपति एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के पास तीन प्लॉट गिरवी रखकर, उससे पैसा उधार लिया. फिर इन तीनों प्लॉटों को चुपचाप अपने दोस्त को बेच दिया. करीब 2 साल तक खरीददार जमीन को अपना समझकर उसकी निगरानी करते रहे. जब प्लाट्स पर निर्माण कार्य शुरू किया, तो कंपनी ने आपत्ति दर्ज की. कंपनी के अधिकारियों ने दस्तावेज दिखाए और पूरे मामले का खुलासा हुआ.

दोस्ती का ये सिला मिला...

ठगी के शिकार होने वाले शख्स का नाम मुक्तिदेव शर्मा हैं. जो शब्दप्रताप आश्रम में रहते हैं. वहीं आरोपियों के नाम विनोद सिंघल और सरला सिंघल है. मुक्तिदेव और विनोद में पुरानी दोस्ती थी. 2 साल पहले मुक्ति देव ने जमीन खरीदने का प्लान बनाया था. विनोद ने उन्हें बताया कि पुरानी छावनी पर उनके तीन प्लॉट हैं. उसे खरीद लो. आपस में दाम भी कम देना पड़ेंगे. दोस्त की बात पर भरोसा कर 18 लाख 59 हजार में बड़े प्लॉट, दूसरे का 15 लाख 95 हजार में सौदा किया. जबकि तीसरा प्लॉट प्रशंसा शर्मा के नाम से 6 लाख 44 हजार रुपये में खरीदा.

पति-पत्नी घर से गायब

चूंकि सौदा परिचित से हुआ था, तो मुक्तिदेव शर्मा ने ज्यादा खोजबीन भी नहीं. वे यही मानते रहे कि प्लॉट उनके हो गए हैं. कंपनी की आपत्ति के बाद ही सच्चाई सामने आई. इसके बाद मुक्तिदेव ने विनोद को कॉल किया तो उसका नंबर बंद है. वो दंपति के घर भी गए, लेकिन दोनों गायब हैं. खुद को ठगा महसूस करने पर मुक्तिदेव शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है. वहीं एएसपी सतेंद्र सिंह तोमर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की बात कही है.

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