ग्वालियर। जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब लोगों को जागरूक करने के लिए अनूठा तरीका निकाला है. प्रशासन ने पिछले 3 महीने से लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क पहनने के लिए लोगों से अपील की है, लेकिन तमाम समझाइश के बावजूद भी लोग कोरोना जैसी महामारी को लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहे हैं.
मानकों का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है. इसे लेकर नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों को अब जागरूक करने के लिए 3 दिनों तक के लिए कोरोना वालंटियर के रूप में काम करना होगा, ताकि वह इस वैश्विक बीमारी की गंभीरता को समझ सकें.
ग्वालियर चंबल संभाग में पिछले 1 सप्ताह में मरीजों की संख्या में दो गुना इजाफा हुआ है. अब तक साढ़े 500 से ज्यादा कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. कई मरीजों का इलाज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है. प्रशासन की तमाम समझाइश के बावजूद लोग ना तो मास्क पहन रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कर रहे हैं.
अब जिला प्रशासन ने फैसला किया है कि ऐसे लोग पाए जाने पर उन्हें 3 दिनों के लिए प्रशासनिक टीम के साथ कोरोना वालंटियर बन कर काम करना होगा. इसमें उनकी ड्यूटी प्रशासन के किसी भी कार्य में लगाई जा सकती है.
इस मामले में एडीएम किशोर कन्याल का कहना है कि इस बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है. उनका यह भी कहना है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों की क्षमता के अनुसार उनकी ड्यूटी अस्पताल, कलेक्ट्रेट, चेक पोस्ट, इंसिडेंट कमांडरों के साथ भ्रमण पर लगाई जा सकती है. वहीं समय भी उसी के हिसाब से निर्धारित किया जाएगा.
प्रदेश में अभी भी कोरोना के हालात बिगड़ते जा रहे हैं, जहां संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 14 हजार 604 पर पहुंच गया है. वहीं इस बीमारी से अब तक कुल 598 मरीजों की मौत हो चुकी है. हालांकि जबलपुर में भी स्थिति जस की तस बनी हुई है, जहां संक्रमित मरीजों का कुल आंकड़ा बढ़कर 584 हो गया है. वहीं 3 मरीजों की मौत हो चुकी है. हालांकि जिले में कुल एक्टिव संक्रमित मरीजों की संख्या 207 पर पहुंच गई है.