ग्वालियर। लॉकडाउन को एक महीने से भी ज्यादा समय बीत चुका है. ग्वालियर चंबल अंचल में भीषण गर्मी भी का असर भी दिखने लगा है. इस गर्मी से बचाने के लिए शहर में बिकने आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक्स, जूस और कुल्फी समेत ठंडी चीजों पर लॉकडाउन का बुरा असर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के चलते लोगों को गर्मी में राहत देने वाली ठंडे आइटम की बिक्री पूरी तरह बंद पड़ी हुई है.
शहर के कारोबारियों का कहना है कि, अगर ऐसे ही एक महीने तक हालात रहे, तो यह गर्मी में चलने वाला कारोबार पूरी तरह से चौपट हो जाएगा. शहर में आइसक्रीम और कुल्फी पूरे साल भर उपयोग होती है, लेकिन फरवरी के अंत से इसका सीजन शुरू हो जाता है. ग्वालियर शहर में हर साल आइसक्रीम और कुल्फी का कारोबार एक करोड़ से ऊपर का जाता है. गर्मी में कोल्ड ड्रिंक, लस्सी, नारियल पानी की डिमांड अच्छी रहती है.
बीते साल इसकी बिक्री 70 लाख रुपए तक की हुई थी, 100 से भी ज्यादा सोड़ा सेंटर हैं, लेकिन ये सेंटर भी ठप्प पड़े हैं. कुल मिलाकर ठंडे उत्पादों की बात की जाए तो अकेले ग्वालियर शहर में करोड़ों रुपए का ये व्यवसाय चौपट हो गया है.
लॉकडाउन के चलते इस भीषण गर्मी में बिकने वाले ठंडे उत्पादों पर बुरा प्रभाव पड़ा है. अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि, लॉकडाउन खुलने के बाद क्या लोग इन चीजों को पसंद करेंगे या फिर कोरोना वायरस के डर से इन से दूरी बनाकर चलेंगे.