ग्वालियर। एक महिला के डॉक्टर पति को कोर्ट में बुलाने के लिए जज को खुद इंग्लैंड कॉल लगाना पड़ गया. एक बार नहीं बल्कि तीन बार कॉल किया गया, लेकिन डॉक्टर पति ने कॉल रिसीव नहीं किया. कोर्ट रुम में मौजूद डॉक्टर की पत्नी ने जज साहब से कहा कि डॉक्टर मुझे अपने साथ रखने नहीं चाहते है, उनका आवेदन लगाने का सिर्फ कोर्ट को गुमराह करना है. यह सब बुधवार को कुटुम्ब न्यायालय में एक मामले की सुनवाई के दौरान हुआ. हालांकि सुनवाई के दौरान कोर्ट में डॉक्टर की मां उपस्थित रहीं. जज ने डॉक्टर की मां को निर्देशित किया है कि वह किसी भी तरह अपने बेटे को कोर्ट में बुलाए.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल शहर में रहने वाला एक डॉक्टर ने नवंबर 2018 में पंजाब के जालंधर की रहने वाली डॉक्टर युवती से की थी. दोनों की शादी से न्यूज पेपर में आए मेट्रिमोनियल एड के बाद आपस की बातचीत के बाद हुई थी. इसलिए दहेज को लेकर कोई मांग नहीं रखी गई थी. ससुराल आते ही डॉ पत्नी से उसकी सास और पति की मौसी से झगड़ा होने लगा. छोटी मोटी बात पर सास बहू के झगड़े आम होने लगे. यह जगड़े इतने बढ़ गए की शादी के कुछ महीने बाद ही डॉक्टर पत्नी मायके चली गई.
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कोर्ट में आवेदन दाखिल कर चला गया इंग्लैंड
पत्नी के मायके जाने के बाद डॉक्टर पति ने कुटुम्ब न्यायालय में आवेदन दाखिल कर दिया कि वह पत्नी को साथ रखना चाहता है. उसके बाद वह नौकरी करने के लिए इंग्लैंड चला गया. वहीं पत्नी का तर्क है कि डॉक्टर उसे अपने साथ रखना नहीं चाहता है बल्कि कोर्ट को गुमराह कर रहा है. पत्नी ने कोर्ट से मांग की है कि साथ रहने के आवेदन को खारिज किया जाए. वहीं जब जज ने डॉक्टर को बुलाने के लिए डॉक्टर को इंग्लैंड फोन लगाया उस वक्त डॉक्टर की मां भी कोर्ट रूम में मौजूद था. फोन रिसीव नहीं होने पर कोर्ट ने डॉक्टर की मां को निर्देश दिया है कि वह डॉक्टर को ग्वालियर फैमिली कोर्ट में बुलाए.