ग्वालियर। शहर के अस्पतालों में इंजेक्शन के साथ-साथ बेड भी मरीजों को उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. शहर के अस्पतालों में बेड के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. शहर के सभी सरकारी और निजी अस्पताल फुल हो चुके हैं. जिला प्रशासन ग्वालियर चंबल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल को पूरी तरह अस्पताल में तब्दील करने जा रहा है. जिला प्रशासन अब जरूर अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 300 बेड तैयार कर रहा है.
शहर में जिला प्रशासन 1000 बेड बढ़ाने की तैयारी
संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने 1000 बेड बढ़ाने का फैसला लिया है. इसके लिए जिला प्रशासन ने प्राइवेट अस्पतालों के साथ-साथ शहर में बड़े भवनों को कोविड-19 डील करने के लिए तैयारी कर ली है. इसमें से ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में भी 300 बेड बढ़ाने की तैयारी में है. जहां जो सामान्य मरीज भर्ती हैं जैसे-जैसे उनकी छुट्टी होती जाएगी वैसे ही अलग-अलग बड़ों को कोविड वार्ड में डेवलप किए जाएंगे.
अस्थाई तौर पर होगी भर्ती प्रक्रिया शुरू
जिला प्रशासन ने बैठक में निर्णय लिया है कि अस्पतालों में जब बेड संख्या बढ़ाई जाएगी तो उनके लिए पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों की भी आवश्यकता होगी. इसके लिए जिला प्रशासन ने ह्यूमन रिसोर्स जैसे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को भी अस्थाई तौर पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. जिला प्रशासन शहर में मरीजों के लिए बेडों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टर की कमी को भी पूरा करने के लिए तैयारी कर ली है.
जयारोग्य अस्पताल में हाइडेटिड सिस्ट का सफल ऑपरेशन
जयारोग्य अस्पताल ग्वालियर चंबल अंचल का सबसे बड़ा अस्पताल है. इस अस्पताल में ग्वालियर चंबल अंचल के साथ-साथ अन्य जिलों के लोग भी यहां पर अपने मरीज को दिखाने जाते हैं लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण अब इस अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील किया जा रहा है. ऐसे में उन मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी होने वाली है जो सामान्य बीमारी के लिए इस अस्पताल में दिखाने के लिए आ रहे हैं.