सिंगरौली: मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी एक तस्वीर ऊर्जाधानी सिंगरौली से सामने आई है. जहां सिंगरौली जिले के देवसर के चदैनिया गांव में एक मरीज को जब घंटों इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं मिली, तो परिवार के लोगों ने खाट बनाकर मरीज को उस पर लिटाया और कंधे टांगकर अस्पताल लेकर पहुंचे. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं इस घटना को लेकर देवसर सीबीएमओ (चीफ ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) डॉक्टर सीएल सिंह ने बताया कि "परिजन अपनी स्वेच्छा से खाट पर मरीज को लेकर अस्पताल आए थे."
घंटों इंतजार के बाद भी नहीं आई एंबुलेंस
सिंगरौली जिले के देवसर क्षेत्र जीयावन थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चदैनिया का निवासी युवक राजकुमार कोल को सोमवार को गंभीर चोटे आई थी. हादसे के बाद धीरे-धीरे उसकी तबीयत और ज्यादा खराब होने लगी थी. राजकुमार की हालत खराब होते देख परिजनों ने एंबुलेंस 108 पर फोन किया और कई घंटे तक इंतजार किया. जब घंटों इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई तो, पिता व अन्य परिजनों ने खाट की व्यवस्था की. उस पर मरीज को लिटाकर कई किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचाया.
5-6 किमी दूर खाट पर मरीज को लेकर पहुंचे परिजन
बता दें मरीज के घर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवसर का अस्पताल लगभग 5-6 किलोमीटर की दूरी पर है. जहां परिजन कंधे पर खाट रखकर मरीज को अस्पताल पहुंचाया. मरीज को इस तरह खाट पर ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं इस घटना को लेकर मरीज राजकुमार कोल के पिता राजलखन कोल का कहना है कि "उनके बेटे की हालत बेहद गंभीर थी. वह एंबुलेंस बुलाकर थक चुके थे. कई घंटे तक इंतजार भी किया. इसके बाद कोई रास्ता नहीं दिखा, तब कंधे पर खाट में लिटाकर बेटे को लेकर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने कहा कि ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी है, लेकिन सरकार कोई सख्त कदम नहीं उठा रही."
- मुरैना के इस गांव में बीमार होने से पहले 100 बार सोचते हैं लोग, जानिए ऐसी क्या है कहानी
- शिवपुरी में नहीं आई एंबुलेंस, बाइक से हॉस्पिटल जाते समय सड़क पर हुई महिला की डिलीवरी
सीबीएमओ बोले-अपनी मर्जी से कंधे पर लेकर आए
वहीं इस मामले में देवसर सीबीएमओ डॉ. सीएल सिंह ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि "यह घटना सोमवार शाम की है. परिजनों ने फोन किया था कि राजकुमार कोल निवासी ग्राम चदैनिया की तबीयत बिगड़ी हुई थी. परिजन अपनी स्वेच्छा से मरीज को खाट पर लेकर अस्पताल आए और युवक राजकुमार कोल का इलाज किया गया. उन्होंने बताया कि एंबुलेंस में ज्यादा हिलने-डुलने की वजह से परिजन स्वेच्छा से खाट पर लेकर आए."