ग्वालियर। कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में भले ही लोगों को तमाम तरह की परेशानियां उठानी पड़ रही हैं, लेकिन इससे शहर की आबोहवा पर गहरा असर पड़ा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स के लिहाज से ग्वालियर जहां मार्च महीने में संवेदनशील था. वहीं अब उसकी गुणवत्ता में बेहतर रिजल्ट देखने को मिल रहे हैं.
इसके अलावा लोगों को मई में गर्मी का एहसास नहीं हो रहा है. इसके पीछे भी पर्यावरणविद लॉकडाउन में वाहनों के प्रतिबंध और बंद फैक्ट्रियों को जिम्मेदार बताते रहे है. ग्वालियर के आसपास कई औद्योगिक क्षेत्र हैं. जिनके नियमित चलने से शहर की आबोहवा पर असर पड़ता है. पर्यावरणविद मानते हैं कि, पीएम 10 में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन पीएम 2.5 में गिरावट देखी गई है. दुकानें फैक्ट्रियां बंद होने से लाइट का कंजम्शन भी कम हुआ है.
इसके अलावा वाहनों के कारण भी प्रदूषण के साथ एयर क्वालिटी इंडेक्स प्रभावित होता है. मार्च में जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 160 था. वहीं मौजूदा समय में यह सौ के आसपास रह गया है. लॉकडाउन खुलने के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स में कितनी गिरावट आएगी या बढ़ोतरी होगी यह देखने वाली बात होगी, लेकिन शहर के लोगों को स्वच्छ वातावरण में सांस लेने का एक बेहतर मौका इस लॉकडाउन ने दिया है.