ग्वालियर। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने 7 करोड़ की लागत से बने जीवाजी विश्वविद्यालय में बने अकादमिक भवन का लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की प्रगति और नए कोर्सों के संचालन के लिए भवन बेहद जरूरी है. इसलिए ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय के नवीन चाणक्य अकादमिक भवन बेहद जरुरी है. मध्य प्रदेश का उच्च शिक्षा विभाग महाविद्यालयी शिक्षा में नए सोपान तय कर रहा है. जिस तरह से कोरोना संक्रमण के दौरान उच्च शिक्षा विभाग ने मध्यप्रदेश में कोविड-19 गाइडलाइन को अपनाते हुए परीक्षा संपादित कराईं. उस पेटर्न देश के कई राज्य अब अनुसरण कर रहे हैं.
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि जीवाजी विश्वविद्यालय में निरंतर नए कोर्स का संचालन किया जा रहा है. भवन की कमी को देखते हुए इस अकादमिक भवन का निर्माण कराया गया है. इसका निर्माण रूसा से मिली ग्रांट से कराया गया है. जिस पर करीब 7 करोड़ की लागत आई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि नया अकादमी भवन उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण साबित होगा.
तीन ब्लॉक की इस इमारत में 16 हॉल 28 छोटे कमरे और 17 स्टेयरिंग रूम है. इस भवन में चार स्टेयर्स, चार स्टोर हैं. लगभग 7 करोड़ की लागत से बना यह भवन करीब 6 हजार वर्ग फीट में निर्मित है. इस भवन में चार ऑडिटोरियम है जिन्हें क्लॉसेस सहित अन्य कार्यक्रमों के लिए प्रयोग किया जा सकता है.