ग्वालियर। हाईकोर्ट ने डबल मर्डर केस में लूटे गए गहने कोर्ट के मालखाने से गायब होने की घटना को गंभीरता से लिया है. हाईकोर्ट ने कहा कि 3 साल बाद भी पुलिस की विवेचना बेहद लचर रही है. इतने गंभीर मामले में भी पुलिस लापरवाही बरत रही है. ऐसे में क्यों न इस मामले को सीबीआई के सुपुर्द कर दिया जाए.
बता दें मामला 32 साल पुराना है, जिसमें बुजुर्ग दंपति की हत्या कर डकैतों ने करीब 1 करोड़ के गहने लूट लिए थे. जिन्हें आरोपियों से बरामद किया गया था और कोर्ट के मालखाने में रखवा दिया. लेकिन 2017 में जब बुजुर्ग दंपति के बेटे और बेटी ने इन गहनों पर क्लेम किया तो पता चला मालखाने से गहने गायब हैं. पुलिस ने मामले में एफआईआर भी दर्ज की है. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. जिस पर कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई है.
न्यायमूर्ति जीएस अहलूवालिया ने याचिका पर सुनवाई करते हुए निर्देश दिए हैं कि इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट 2 हफ्ते के अंदर प्रस्तुत की जाए. वहीं शासन को ये भी बताना होगा कि इस मामले की जांच सीबीआई से क्यों न कराई जाए.
गौरतलब है कि 32 साल पहले 16 मई 1988 को सोडा का कुआं क्षेत्र में डकैतों ने रमेश चंद्र गोयल के घर में डकैती डाली थी. डकैतों ने करीब एक करोड़ रूपए के जेवरात लूटने के बाद रमेश गोयल और उनकी पत्नी बसंती देवी की हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस केवल एक आरोपी को गिरफ्तार कर सकी है. पुलिस ने डकैतों से करीब 80 लाख रूपए के जेवर बरामद कर लिए थे. जो अब गायब हैं.