ग्वालियर। नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह यादव ने जिला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. निगम कमिश्नर ने सोशल मीडिया पर अपने बेटे पर हुए हमले और लूट के मामले पर नाराजगी जताते हुए पुलिस पर सवाल खड़े किए. दरअसल 18 जुलाई को कुच बदमाशों ने डिप्टी कमिश्नर के बेटे पर हमला किया था. बदमाश सोने की चेन, मोबाइल और कुछ पैसे भी लूट ले गए थे. शिकायत के बाद शुरुआत में पुलिस ने सिर्फ मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. हालांकि पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया. लेकिन शुरुआत में इन धाराओं के तहत मामला दर्ज नहीं होने पर डिप्टी कमिश्नर ने नाराजगी जताई.
सोशल मीडिया पर पुलिस पर उठाए सवाल
डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह ने सोशल मीडिया पर पूरी घटना का खुलासा किया, और पड़ाव थाना पुलिस कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. जिसके बाद पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है, लेकिन पुलिस ने अभी तक लूट का मामला दर्ज नहीं किया. डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह ने बताया कि पुलिस इस मामले को लेकर लापरवाही कर रही थी. बेटे के साथ बदमाशों ने लूट और हत्या का प्रयास किया. लेकिन पुलिस इसे साधारण मामला बता रही है.
दूसरी तरफ मामले में पड़ाव थाना प्रभारी विवेक अष्ठाना का कहना है कि यह मारपीट का मामला था, उसके बाद हत्या के प्रयास की धारा मेडिकल रिपोर्ट पर बढ़ा दी है. अभी मामले की जांच चल रही है.
ये है पूरा मामला
ग्वालियर नगर निगम डिप्टी कमिश्नर डॉ.अतिबल सिंह यादव के पुत्र वरुण यादव के साथ मारपीट और लूट की वारदात सामने आई. 18 जुलाई को कमिश्नर अतिबल सिंह का बेटा वरुण कार से अपने घर जा रहा था. रात 11.30 बजे पड़ाव थाने से कुछ ही दूरी पर बदमाशों ने उनकी कार रोकी और गाड़ी की चाबी छीनने की कोशिश करने लगे. वरुण ने जब इसका विरोध किया, तो बदमाशों ने उसे गाड़ी से उतारा और मारपीट करने लगे. बदमाशों ने वरुण पर लोहे की रॉड और धारदार हथियार से भी हमला किया, जिसमें वरुण को कई गंभीर चोटें भी आईं. इस दौरान बदमाशों ने 12 तौले की सोने की चेन और वरुण का मोबाइल भी लूट लिया.