ग्वालियर। जिला प्रशासन ने बाढ़ से पहले होने वाली तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन यह बेहद प्रारंभिक स्तर पर है. क्योंकि मानसून का सीजन लगभग आ चुका है. ऐसे में ग्वालियर जिला प्रशासन ने हाल ही में बड़े नालों और लोअर इलाके में बहने वाले छोटे नालों की सफाई का काम शुरू किया है.
वहीं प्रशासन का दावा है कि बाढ़ की स्थिति में उनके पास पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं, अधिकारियों की अलग-अलग इलाकों में नियुक्तियां कर दी गई हैं और एक बुकलेट भी तैयार की गई है, जिसमें शहर के निचले स्थानों और पानी भरने वाली जगहों को चिन्हित किया गया है. जिला प्रशासन का दावा है कि शहर में वैसे तो सामान्य बारिश की संभावना है फिर भी यदि बाढ़ की स्थिति बनती है तो उसकी तैयारियां पूरी हैं.
प्रशासन का यह भी दावा है कि किसी भी तरह की जान माल का नुकसान बाढ़ की वजह से नहीं होने दिया जाएगा . खास बात यह है कि शहर के प्रमुख नालों में से एक नाला स्वर्ण रेखा नाले में सफाई अभी प्रारंभिक स्तर पर है. इसके अलावा बैजाताल और वीरपुर हनुमान बांध से आने वाले नाले की सफाई की जा रही है.
कायदे से नालों की साफ सफाई का काम महीने भर पहले शुरू हो जाना चाहिए था. लेकिन ग्वालियर में साफ सफाई का काम करीब 15 दिन बाद शुरू हो पाया है. ऐसे में मौसम विभाग ने भारी बारिश की एक हफ्ते बाद संभावना व्यक्त की है, यह बारिश इससे पहले हो गई तो कई इलाकों में पानी भरने की घटनाएं सामने आएंगी.