ग्वालियर। जिले के एक कारोबारी का केरल में कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया. किसी तरह अज्ञात बदमाशों के चंगुल से छूटे कारोबारी ने पुडुचेरी जिले के स्थानीय थाने पहुंचकर अपने सुरक्षित होने की सूचना घरवालों को दी. तब परिवार के लोगों की जान में जान आई. इससे पहले बदमाशों ने शुक्रवार को उनके देहांत और कब्र के फोटो घरवालों को भेज दिए थे, जिससे वे घबरा गए थे. अज्ञात बदमाशों ने घरवालों को इस कारोबारी वकील खान के फोन से सूचना दी थी कि उनका नमाज पढ़ते वक्त यहां निधन हो गया है और हमने उनके शव को दफना दिया है. गुलाब के फूल चढ़ी एक कब्र को भी फोटो के रूप में अज्ञात लोगों ने भेजा था, साथ ही कारोबारी वकील खान के लगभग लेटी हुई हालत में कुछ फोटोग्राफ भेजे थे. जिसमें उनके हार्ट अटैक से मौत होने की बात कही थी. ये सुनते ही बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के आरआर टावर इस्लाम पुरा के नजदीक रहने वाले वकील खान के परिवार में कोहराम मच गया.
कारोबारी के अपहरण की झूठी खबर: शुक्रवार की सुबह घर वालों के पास वकील खान के देहांत और कब्र के फोटो भेजे गए थे. चूंकि फोटो उन्हीं का था और मोबाइल भी उन्हीं का था इसलिए घरवालों को लगा कि शायद अज्ञात व्यक्ति की बात सच हो. लेकिन आनन-फानन में उनका अंतिम संस्कार परिवार के लोगों के गले नहीं उतर रहा था, इसके लिए उन्होंने ग्वालियर दक्षिण के विधायक प्रवीण पाठक की मदद ली. परिवार के 2 लोग दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर केरल के लिए रवाना हो गए, जबकि ग्वालियर में वकील खान के परिवार के लोग स्थानीय कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक के पास पहुंचे और मदद की गुहार लगाई. विधायक पाठक ने कोच्चि से पार्टी के सांसद शशि थरूर से संपर्क साधा और स्थानीय स्तर पर इस परिवार की मदद करने की अपील की. शशि थरूर ने भी मामले की गंभीरता देखते हुए स्थानीय प्रशासन को इस मामले में तुरंत ही एक्शन लेने के निर्देश दिए. इस बीच बदमाशों के चंगुल से छूटे वकील खान केरल के एक स्थानीय थाने पहुंच गए और उन्होंने घरवालों को सबसे पहले फोन करके अपने सुरक्षित होने की जानकारी दी. इसके बाद परिवार के लोगों को तसल्ली मिली. पता चला है कि पुडुचेरी में वकील खान ट्रेस हुए हैं, पुलिस और उनके परिवार के लोग उन्हें लेने के लिए यहां से रवाना हो चुके हैं.
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मामले की जांच में जुटी पुलिस: फिलहाल वकील खान की लोकेशन मुंबई में मिली है और उनके परिवार के 2 सदस्य भी उनके साथ हैं. 18 जून को इस्लामपुरा में रहने वाले वकील खान अपने ससुर नबी रसूल को छोड़ने मुंबई गए थे, जिन्हें हज के लिए रवाना होना था. वकील बच्चों के आइटम का कारोबार करते हैं और उनकी आरआर टावर के नजदीक दुकान है. उन्हें चिप्स की पैकिंग के लिए एक मशीन चाहिए थी. इसलिए वह लगभग 4 लाख रुपए लेकर मशीन खरीदने के लिए मुंबई से केरल के लिए प्लेन से रवाना हो गए थे. लेकिन 22 जून की शाम उनके घर पर हार्ट अटैक से मौत की खबर आ गई. अगले दिन बदमाशों ने कुछ वकील खान के फोटोग्राफ और कब्र के फोटो भेजे. फिलहाल असल कहानी क्या है इसके बारे में वकील खान के ग्वालियर लौटने के बाद ही खुलासा हो सकेगा. विधायक ने कहा कि उनके पास इस्लामपुरा में रहने वाले वकील के परिजन आए थे, इसलिए उन्होंने अपने स्तर पर जितनी मदद हो सकती है की. वहीं एसपी ने इस मामले में वकील खान के आने के बाद इस पूरे मामले से खुलासे होने की उम्मीद जताई है.