ग्वालियर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका मिला है. पूर्व विधायक और कांग्रेस के नेता बलबीर सिंह दंडोतिया ने अपनी पूर्व पार्टी बसपा का दामन थाम लिया है. पूर्व विधायक बलबीर सिंह दंडोतिया आज ग्वालियर में स्थित बहुजन समाज पार्टी के संभागीय कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर घर वापसी की है. घर वापसी के बाद बलवीर सिंह दंडोतिया ने कहा है कि वह 2023 में अगर बहन मायावती की इच्छा रही तो विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी कांग्रेस को धूल चटाएंगे.
2013 में दिमनी से बने थे विधायकः मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और अभी से ही राजनेताओं ने अपनी गणित लगानी शुरू कर दी हैं. इसी को लेकर एक बार फिर मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा से विधायक रहे बलबीर सिंह दंडोतिया ने कांग्रेस छोड़ बसपा का दामन थामा है. बलबीर सिंह दंडोतिया बसपा से लोकसभा का लड़ चुके है और साल 2013 के दिमनी विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी से विधायक बने थे. उसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में फिर बसपा से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. उसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया. अब एक बार फिर उनकी घर वापसी हुई है. एक बार फिर 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने दिमनी विधानसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.
मैं यहां सबसे अच्छा महसूस करता हूंः पूर्व विधायक बलबीर सिंह दंडोतिया का कहना है कि मैं छात्रसंघ से बहुजन समाज पार्टी का सदस्य रहा हूं और यही मेरी पार्टी है. रीति नीति के हिसाब से मैं यहां सबसे अच्छा महसूस करता हूं. इसलिए अब फिर से अपनी परिवार रूपी बहुजन समाज पार्टी में दोबारा से सदस्यता ली है. साथ ही कांग्रेस छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस युवा कभी जीत नहीं पाते और बसपा से जीत कर दिखाएंगे मैं उन्हें चैलेंज देता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ में कोई अंतर नहीं है. जब कमलनाथ की सरकार छिना ली तो अब वह बनाकर ही करेंगे क्या.
आगामी विस चुनाव में भाजपा व कांग्रेस के लिए बनेंगे चुनौतीः गौरतलब है कि दोबारा से घर वापसी करने वाली बलवीर सिंह दंडोतिया दिमनी विधानसभा के एक कद्दावर नेता के रूप में जाने जाते हैं. यही कारण है कि अब आगामी विधानसभा चुनाव में बलवीर सिंह दंडोतिया बीजेपी और कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकते हैं. अगर बहुजन समाज पार्टी ने बलवीर सिंह दंडोतिया को दिमनी विधानसभा से टिकट दिया तो बीजेपी और कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत बनेंगे. दिमनी विधानसभा का चुनाव जातिगत चुनाव है और इस विधानसभा में ब्राह्मण और दलित वोटों की संख्या सबसे अधिक है और इन दोनों वोटों पर बलवीर सिंह दंडोतिया का काफी अधिक प्रभाव है.