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कोलारस BJP जिला उपाध्यक्ष बोले- महाराज मुझे कहीं सेट करो, तो कांग्रेस के केपी सिंह को सताया ये डर, इधर 3 कांग्रेसियों ने थामा BJP का दामन - एमपी न्यूज अपडेट

Political Equation in Gwalior Anchal: ग्वालियर अंचल में बनते बिगड़ते समीकरणों के बीच अब बीजेपी-कांग्रेस ने अपने- अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. लेकिन अब दोनों ही पार्टियां दो धड़ों में बंट गई है. एक तरफ जहां उम्मीदवार और उनके समर्थक खुश हैं, तो वहीं दूसरी तरफ नाराज कार्यकर्ताओं की भी लंबी फेरिस्त है. ऐसे में कोलारस से टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी जिला उपाध्यक्ष का दर्द छलका है. उन्होंने टिकट न मिलने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक पत्र भी लिखा है.

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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 24, 2023, 4:00 PM IST

Updated : Oct 24, 2023, 4:18 PM IST

ग्वालियर में तीन कांग्रेस नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन

ग्वालियर। ग्वालियर अंचल की सभी विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. साथ ही कांग्रेस भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी है. जहां एक तरफ उम्मीदवारी की घोषणा के बाद प्रत्याशी खुश नजर आ रहे हैं, तो दूसरी तरफ टिकट की आस लगाए नेताओं में मायूसी है. दोनों पार्टी अब डैमेज कंट्रोल में लगी हुई है. ऐसी नाराजगी कोलारस में देखने को मिली. यहां से भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विपिन खैमारिया विधानसभा चुनाव में टिकट की आस लगाए बैठे थे. लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. इसके अलावा कांग्रेस छोड़ कई कांग्रेसी नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.

नाराज जिला उपाध्यक्ष ने लिखी चिट्ठी: चंबल अंचल की कोलारस विधानसभा से टिकट न मिलने से खासे नाराज जिला उपाध्यक्ष विपिन खैमारिया ने नाराजगी जताई है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री सिंधिया को चिट्ठी लिखी है. अब चिट्ठी इंटरनेट पर भी वायरल हो रही है.

उन्होंने अपने लेटर में लिखा- 'महाराज मुझे आप पर आज भी विश्वास है. आप कहीं न कहीं मुझे सेट करेंगे. पत्र में विपिन खेमरिया ने लिखा कि आज तक मैंने महल के लिए काम किया है. यशोधरा राजे सिंधिया ने मुझे संगठन में स्थान दिया. आपके भाजपा में आने से मुझे एक नई ऊर्जा मिली. टिकट के लिए सिर्फ आप से ही आस लगाई और मुझे पूरा विश्वास था कि आप टिकट देंगे. जब महेंद्र सिंह का नाम आया तो मुझे निराशा महसूस हुई. रिश्तेदार और समर्थक फोर्स कर रहे हैं कि पाटी छोड़ दो निर्दलीय या आम आदमी पार्टी से लड़ लो, लेकिन सिर्फ आपके आदेश का अनुसरण करूंगा. मुझे विश्वास है कि आप कहीं न कहीं सेट करेंगे. राजनीतिक जीवन में पांच साल लंबा सफर रहता है. यदि पांच साल तक क्षेत्र के लोगों से दूर रहा तो मेरा राजनीतिक सफर रुक कर रह जाएगा. इसलिए कहीं न कहीं सेट करें.'

ये भी पढ़ें...

कांग्रेस नेताओं ने थामा सिंधिया का हाथ: इधर, ग्वालियर अंचल में कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा है. यहां से कांग्रेस नेता आशा दोहरे, अनीता जैन और राकेश जैन ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि मेरा अनीता और राकेश से पारिवारिक और ऐतिहासिक रिश्ता रहा है. मैं राजनीतित में नहीं हूं...मेरा काम जनसेवा करना है. कुछ वजह से यह हमारे साथ नहीं थे. लेकिन आज वह हमारे साथ आए हैं. हम सभी का बीजेपी में स्वागत करते हैं.

  • #WATCH | Gwalior: On 3 Congress leaders Asha Dohare, Anita Jain and Rakesh Jain join BJP in the presence of Union Minister Jyotiraditya Scindia, he says, "I have had a familial and historical relation with both of these, Anita and Rakesh. I'm not in politics, I'm involved in 'Jan… pic.twitter.com/7J8BWFThCb

    — ANI (@ANI) October 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

केपी सिंह को सता रहा टिकट बदलने का डर: इधर, टिकट को लेकर कांग्रेस में सभी कुछ अच्छा नहीं चल रहा है. पार्टी के अंदर खाने में बगावत जारी है. इसी बीच केपी सिंह का डर भी सामने आया है. शिवपुरी से पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया है, लेकिन पिछोर में कार्यकर्ता सम्मेलन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि कह नहीं सकता कि अभी जहां से प्रत्याशी हूं, वहां से रहूं या न रहूं, हो सकता है कि लौट आऊं.

दरअसल, जब से केपी सिंह को पिछोर से उम्मीदवार न घोषित कर शिवपुरी से उन्हें पार्टी ने मैदान में उतारा है, तब से कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो गईं है. केपी सिंह ने अबतक मीडिया से मुलाकात नहीं की है. वो लगातार कह रहे हैं, कि 30 तारीख के बाद बात करूंगा. इस वजह से भी केपी सिंह की उम्मीदवारी पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं, ऐसी अटकलों से बाजार भी गर्म है.

ग्वालियर में तीन कांग्रेस नेताओं ने थामा बीजेपी का दामन

ग्वालियर। ग्वालियर अंचल की सभी विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. साथ ही कांग्रेस भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी है. जहां एक तरफ उम्मीदवारी की घोषणा के बाद प्रत्याशी खुश नजर आ रहे हैं, तो दूसरी तरफ टिकट की आस लगाए नेताओं में मायूसी है. दोनों पार्टी अब डैमेज कंट्रोल में लगी हुई है. ऐसी नाराजगी कोलारस में देखने को मिली. यहां से भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विपिन खैमारिया विधानसभा चुनाव में टिकट की आस लगाए बैठे थे. लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. इसके अलावा कांग्रेस छोड़ कई कांग्रेसी नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.

नाराज जिला उपाध्यक्ष ने लिखी चिट्ठी: चंबल अंचल की कोलारस विधानसभा से टिकट न मिलने से खासे नाराज जिला उपाध्यक्ष विपिन खैमारिया ने नाराजगी जताई है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री सिंधिया को चिट्ठी लिखी है. अब चिट्ठी इंटरनेट पर भी वायरल हो रही है.

उन्होंने अपने लेटर में लिखा- 'महाराज मुझे आप पर आज भी विश्वास है. आप कहीं न कहीं मुझे सेट करेंगे. पत्र में विपिन खेमरिया ने लिखा कि आज तक मैंने महल के लिए काम किया है. यशोधरा राजे सिंधिया ने मुझे संगठन में स्थान दिया. आपके भाजपा में आने से मुझे एक नई ऊर्जा मिली. टिकट के लिए सिर्फ आप से ही आस लगाई और मुझे पूरा विश्वास था कि आप टिकट देंगे. जब महेंद्र सिंह का नाम आया तो मुझे निराशा महसूस हुई. रिश्तेदार और समर्थक फोर्स कर रहे हैं कि पाटी छोड़ दो निर्दलीय या आम आदमी पार्टी से लड़ लो, लेकिन सिर्फ आपके आदेश का अनुसरण करूंगा. मुझे विश्वास है कि आप कहीं न कहीं सेट करेंगे. राजनीतिक जीवन में पांच साल लंबा सफर रहता है. यदि पांच साल तक क्षेत्र के लोगों से दूर रहा तो मेरा राजनीतिक सफर रुक कर रह जाएगा. इसलिए कहीं न कहीं सेट करें.'

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  • #WATCH | Gwalior: On 3 Congress leaders Asha Dohare, Anita Jain and Rakesh Jain join BJP in the presence of Union Minister Jyotiraditya Scindia, he says, "I have had a familial and historical relation with both of these, Anita and Rakesh. I'm not in politics, I'm involved in 'Jan… pic.twitter.com/7J8BWFThCb

    — ANI (@ANI) October 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

केपी सिंह को सता रहा टिकट बदलने का डर: इधर, टिकट को लेकर कांग्रेस में सभी कुछ अच्छा नहीं चल रहा है. पार्टी के अंदर खाने में बगावत जारी है. इसी बीच केपी सिंह का डर भी सामने आया है. शिवपुरी से पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया है, लेकिन पिछोर में कार्यकर्ता सम्मेलन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि कह नहीं सकता कि अभी जहां से प्रत्याशी हूं, वहां से रहूं या न रहूं, हो सकता है कि लौट आऊं.

दरअसल, जब से केपी सिंह को पिछोर से उम्मीदवार न घोषित कर शिवपुरी से उन्हें पार्टी ने मैदान में उतारा है, तब से कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो गईं है. केपी सिंह ने अबतक मीडिया से मुलाकात नहीं की है. वो लगातार कह रहे हैं, कि 30 तारीख के बाद बात करूंगा. इस वजह से भी केपी सिंह की उम्मीदवारी पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं, ऐसी अटकलों से बाजार भी गर्म है.

Last Updated : Oct 24, 2023, 4:18 PM IST

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