ग्वालियर। कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के मामले में हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में ग्वालियर और दतिया पुलिस अधीक्षक ने राजनीतिक आयोजनों को लेकर की गई कार्रवाई पर अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. एसपी अमित सांघी और दतिया एसपी गुरुकरण सिंह ने कोर्ट को बताया कि, उनके जिलों में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों और आयोजकों पर अब तक पांच-पांच एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं, जबकि कुछ एफआईआर अभी होनी बाकी है.
इस दौरान सरकार की तरफ से महाधिवक्ता पुष्पेंद्र कौरव सुनवाई में पेश हुए. उन्होंने कहा कि, कोरोना गाइडलाइन को लेकर राजनीतिक दलों और नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. कोर्ट ने फिलहाल फैसले को सुरक्षित रखा है. उन्होंने यह भी कहा कि, इसमें किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा.
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अधिवक्ता आशीष प्रताप सिंह ने इस संबंध में जनहित याचिका हाईकोर्ट में पेश की है कि, विधानसभा उपचुनाव को लेकर कोरोना वायरस का जमकर मखौल उड़ाया जा रहा है. लोग गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं. इस दौरान ना तो राजनीतिक आयोजनों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और ना ही लोग मास्क लगा रहे हैं. वहीं कई स्थानों पर सैनिटाइजिंग की भी व्यवस्था नहीं है. इस पर हाईकोर्ट ने 3 अक्टूबर 2020 के आदेश संबंधित लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए थे. उसी के परिपालन में राज्य सरकार ने महाधिवक्ता के माध्यम से अपना जवाब पेश किया है.
न्याय मित्रों ने भी पेश की रिपोर्ट
इसी तरह इस मामले में न्याय मित्र बनाए गए अधिवक्ताओं ने भी अपनी चौथी रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश कर दी है, जिसमें कोरोना इलाज से संबंधित विभिन्न दलों के फोटोग्राफ और वीडियोग्राफी भी कोर्ट में पेश की गई है.