ग्वालियर। लंबे अरसे बाद घर-घर के झगड़े सुलझाने के लिए कुटुंब न्यायालय के खुल गया है. कुटुंब न्यायालय खुलने के बाद एक से बढ़कर एक तलाक के प्रकरण सामने आ रहे हैं. पति-पत्नी के बीच बढ़ते विवाद के पीछे या तो फिर पैसा है, या सास और परिवार के अन्य सदस्यों का मनमुटाव. हाल ही में कुटुंब न्यायालय में भूत प्रेत की बाधा को बीच में लाकर एक दूसरे से भरण-पोषण हासिल करना और तलाक लेने की कोशिश करने के विचित्र मामले सामने आए हैं. 2 साल पहले दांपत्य जीवन में प्रवेश करने वाले युगल में भूत को लेकर विवाद छिड़ गया है.
- भूत आकर करता है पिटाई
पत्नी का कहना है कि मैं अपने पति के साथ नहीं रह सकती क्योंकि उस पर ऊपरी हवा का चक्कर है. भूत के कारणों से अपने पति से डर लगता है. अतः तलाक लेना चाहती हुं. जब तक तलाक नहीं होता तब तक उसे भरण-पोषण दिलवाया जाए. कुछ इसी तरह का एक मामला और सामने आया है. इस मामले में एक पुरुष ने अपनी पत्नी पर अपनी मां को पीटने का आरोप लगाया है. पत्नी का कहना है कि वह अपनी सास को नहीं पिटती है. बल्कि उसके अंदर भूत आ जाता है जो सास को पीट जाता है.
- भूत-प्रेत को कानूनी वैधता नहीं
कोरोना संक्रमण काल के बाद कुटुंब न्यायालय हाल ही में खोला गया है. यहां रोजाना तीन से चार मामले तलाक के पहुंच रहे हैं. परिवार परामर्श केंद्र में मामले सुलझने की स्थिति नहीं बनने के बाद इन मामलों को कुटुंब न्यायालय में भेजा जाता है. कानून विद मानते हैं कि भूत-प्रेत की बाधा की कोई कानूनी वैधता नहीं है. पति-पत्नी में अलगाव के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं.