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बर्ड फ्लू की वजह से गांधी प्राणी उद्यान प्रबंधन अलर्ट

बर्ड फ्लू की वजह से ग्वालियर में गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर में एहतियात बरती जा रही है. जानवरों के खान पान का विषेश ध्यान रखा जा रहा है.

Gandhi Zoological Garden Management Alert
गांधी प्राणी उद्यान प्रबंधन अलर्ट
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Published : Jan 10, 2021, 2:00 PM IST

ग्वालियर। शिवपुरी में बर्ड फ्लू के दस्तक के बाद शहर के चिड़ियाघर में और ज्यादा एहतियात बरती जा रही है. मांसाहारी जानवरों को मुर्गा का मांस खिलाना बंद कर दिया है. उन्हें सिर्फ मीट और बीफ ही दिया जा रहा है. वही पक्षियों को ताजा फल खिलाए जा रहे हैं. कोई भी सड़ा गला फल चिड़िया घर नहीं पहुंचे इसके लिए सावधानी बरती जा रही है.

गांधी प्राणी उद्यान प्रबंधन अलर्ट

10 महीने से बंद है गांधी प्राणी उद्यान

लॉकडाउन के कारण पिछले 10 महीने से बंद ग्वालियर का गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर शहर के मुख्य आकर्षण के केंद्रों में शामिल है. यहां हर छुट्टी के दिन चार से पांच हजार सैलानी आते हैं. पूर्व में चिड़ियाघर खोलने की कोशिश भी की जा रही थी, लेकिन शिवपुरी में बर्ड फ्लू से कौवों की मौत के बाद यहां विशेष सावधानियां बरती जा रही है.

चिड़ियाघर प्रबंधन सतर्क

पूरे चिड़ियाघर के अंदर और बाहर विशेष मशीनों से सुबह-शाम सैनिटाइजिंग की जाती है और पशु पक्षियों की बीट का सैंपल भी वेटनरी डॉक्टर रोजाना चेक कर रहे हैं. प्रदेश के इंदौर, सीहोर, रायसेन रतलाम और शिवपुरी में बर्ड फ्लू से पशु पक्षियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. गनीमत यह है कि वर्ल्ड फ्लू से किसी भी पशु पक्षी की मौत का केस ग्वालियर में अभी तक डिटेक्ट नहीं हुआ है. लेकिन शिवपुरी में जिस तरह से मामले सामने आए हैं उससे चिड़ियाघर प्रबंधन बेहद सतर्क है.

ग्वालियर। शिवपुरी में बर्ड फ्लू के दस्तक के बाद शहर के चिड़ियाघर में और ज्यादा एहतियात बरती जा रही है. मांसाहारी जानवरों को मुर्गा का मांस खिलाना बंद कर दिया है. उन्हें सिर्फ मीट और बीफ ही दिया जा रहा है. वही पक्षियों को ताजा फल खिलाए जा रहे हैं. कोई भी सड़ा गला फल चिड़िया घर नहीं पहुंचे इसके लिए सावधानी बरती जा रही है.

गांधी प्राणी उद्यान प्रबंधन अलर्ट

10 महीने से बंद है गांधी प्राणी उद्यान

लॉकडाउन के कारण पिछले 10 महीने से बंद ग्वालियर का गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर शहर के मुख्य आकर्षण के केंद्रों में शामिल है. यहां हर छुट्टी के दिन चार से पांच हजार सैलानी आते हैं. पूर्व में चिड़ियाघर खोलने की कोशिश भी की जा रही थी, लेकिन शिवपुरी में बर्ड फ्लू से कौवों की मौत के बाद यहां विशेष सावधानियां बरती जा रही है.

चिड़ियाघर प्रबंधन सतर्क

पूरे चिड़ियाघर के अंदर और बाहर विशेष मशीनों से सुबह-शाम सैनिटाइजिंग की जाती है और पशु पक्षियों की बीट का सैंपल भी वेटनरी डॉक्टर रोजाना चेक कर रहे हैं. प्रदेश के इंदौर, सीहोर, रायसेन रतलाम और शिवपुरी में बर्ड फ्लू से पशु पक्षियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. गनीमत यह है कि वर्ल्ड फ्लू से किसी भी पशु पक्षी की मौत का केस ग्वालियर में अभी तक डिटेक्ट नहीं हुआ है. लेकिन शिवपुरी में जिस तरह से मामले सामने आए हैं उससे चिड़ियाघर प्रबंधन बेहद सतर्क है.

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