ग्वालियर। शहर पुलिस की एफआरवी ने एक बार फिर आत्महत्या करने जा रही एक वृद्धा को ना सिर्फ बचा लिया, बल्कि उसकी बहू-बेटे को भी कड़ी समझाइश दी. कलयुगी बहू-बेटे की प्रताड़ना के चलते वृद्धा आत्महत्या करने की सोच कर अपने घर से निकली थी, इससे पहले भी एफआरवी ने तीन लोगों को आत्महत्या करने जैसी कोशिश करने से बचाया है.
गोश पुरा नंबर एक में रहने वाली रामरति शाक्य शनिवार दोपहर अपने घर से जरूरी सामान लेकर निकल गई थी. वह पैदल पहले सागर ताल पहुंची, वहां लोहे की रेलिंग आदि देखकर वह अपने प्रयास में सफल नहीं हो सकी और बिरला नगर की तरफ चल दी. जहां उसने रेल के नीचे आकर आत्महत्या करने का इरादा किया था. लेकिन पैदल चलते-चलते वह एक गड्ढे में जाकर गिर गई. इस बीच किसी ने उसके इरादे भांपकर डायल हंड्रेड को फोन कर दिया.
डायल हंड्रेड ने महिला के पास पहुंचकर उसे पानी पिलाया और पूरी कहानी समझी. महिला रामरति ने बताया कि वह विधवा है और 70 साल की है. बहू और दो बेटे, धर्मेंद्र और सुरेश उसे खाना नहीं देते हैं और प्रताड़ित करते रहते हैं. रोज-रोज की प्रताड़ना से तंग आकर उसने मरने की सोची थी.
पहले वह सागर ताल गई और बाद में वहां बिरला नगर रेलवे क्रॉसिंग जा रही थी, तभी पुलिस आ गई. पुलिस ने उसे समझाया और उसका पता पूछ कर घर छोड़ा. साथ ही उसके बहू बेटे को भी समझा दिया कि वह अपने बुजुर्गों का सम्मान करना सीखें और यदि भविष्य में महिला ने इस तरह का कोई गलत कदम उठाया तो पुलिस उसके परिवार को नहीं बख्शेगी.