ग्वालियर। एक महीने पहले शहर की सड़कों पर भिखारी बन कर घूम रहे सब इंस्पेक्टर मनीष मिश्रा ने पुलिस सेवा में वापस आकर एक बार फिर समाज सेवा करने की इच्छा जाहिर की है. मनीष मिश्रा इस समय ग्वालियर के आश्रम में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. उनकी हालत में बहुत सुधार है. यहां आश्रम के लोगों का भरपूर सहयोग उन्हें मिल रहा है. इस दौरान मनीष से कुछ उनकी बैचमेट्स और सीनियर भी मिले आए थे. जिनसे बात करने के बाद वह बेहद खुश हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए मनीष एक बार फिर पुलिस सेवा में आकर देश की सेवा करने की इच्छा जताई है.
एक महीने पहले सड़क किनारे भीख मांगते मिले थे मनीष शर्मा
मनीष मिश्रा लगभग एक महीने पहले रात में सड़क किनारे भीख मांगते हुए मिले थे. उन्हें उनके ही बैचमेट डीएसपी विजय भदोरिया और डीएसपी रत्नेश तोमर ने पहचाना था. बाद में उन्हें ग्वालियर के स्वर्ण सदन आश्रम में रखा गया था. जहां वह स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. मनीष मिश्रा अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं. सभी लोगों को जानने और पहचानने लगे हैं. साथ ही मोबाइल के जरिए अपने सभी मित्र पुलिस अधिकारियों से बातचीत भी कर रहे हैं.
2005 में नौकरी छोड़ चुके हैं मनीष मिश्रा
मनीष मिश्रा ने बताया कि वह एक पुलिस अधिकारी होने के साथ-साथ अच्छे शूटर भी रहे हैं. उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान पूरे मार्क हासिल किए थे. साल 2005 में वह नौकरी छोड़ चुके थे और उसके बारे में लगातार इसी तरह सड़कों की खाक छान रहे थे. जबकि उनका पूरा परिवार काफी समृद्ध है.
पत्नी से मतभेद और तलाक के बाद बिगड़ी थी दिमागी हालत
मनीष के बड़े भाई गुना जिले में पुलिस अधिकारी हैं. उन्होंने फोन पर बताया कि पति पत्नी के बीच मतभेद होने के चलते इसकी दिमाग की हालत बिगड़ चुकी थी. पिता और चाचा पुलिस के अच्छे अधिकारी रहे हैं. साथ ही एक बहन भी दूतावास में पदस्थ है. पत्नी से तलाक होने के बाद मनीष मिश्रा का दिमागी संतुलन पूरी तरह से बिगड़ चुका था, उसके बाद वह दर-दर भटक रहे हैं.
अचूक निशानेबाज हैं मनीष मिश्रा
मनीष मिश्रा ग्वालियर के झांसी रोड इलाके में सालों से सड़कों लावारिस घूम रहे हैं. मनीष 1999 में पुलिस एकेडमी से पास आउट हैं और वह ट्रेनिंग के दौरान अचूक निशानेबाज थे. 1999 में सब इंस्पेक्टर बने. मनीष शर्मा के बैचमेट आज भी ग्वालियर में डीएसपी के पद पर मौजूद हैं. उन्होंने ही मनीष शर्मा को भिखारी के रूप में शहर की सड़क पर घूमते हुए देखा था.
फिर से पुलिस में रहकर जनता की सेवा करना चाहते हैं मनीष मिश्रा
मनीष मिश्रा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि अब उनका दिमागी संतुलन ठीक है और अब फिर से पुलिस में जाना चाहते हैं. जनता की सेवा करना चाहते हैं. कुछ दिन और स्वर्ण सदन आश्रम में रहेंगे. उसके बाद फिर अपने दोस्तों की मदद से वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे.
वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर पुलिस में फिर से हो सकती है वापसी
मनीष मिश्रा पूरी तरह से जब मेडिकल फिट हो जाएंगे तो उसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. लेकिन मनीष मिश्रा को नौकरी छोड़े हुए लगभग 15 साल हो चुकी है. इस वजह से इस पद पर नहीं जा सकते हैं. मेडिकल फिट और दोबारा टेंडर होने के बाद हमें पुलिस में फिर से जॉइनिंग नहीं मिल सकती है.