ग्वालियर। महाराजपुरा इलाके में रहने वाले तकरीबन 5 हजार लोगों ने आगामी विधानसभा उपचुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग न करने का ऐलान किया है. इसके लिए बाकायदा उन्होंने अपने घरों के बाहर पोस्टर भी चिपका दिए हैं. जब तक उनकी समस्या का हल नहीं हो जाता कोई भी प्रत्याशी उनसे वोट मांगने ना आए. करीब 10 साल पहले महाराजपुरा इलाके में आस्था नगर, आश्रय ग्रीन सिटी, गोकुलधाम कॉलोनियां बनीं थीं, लेकिन कॉलोनियों में अब तक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाई हैं.
स्थानीय लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को लिखित में आवेदन दिए और सुविधाएं देने की बात कही, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिला. कॉलोनी में अब तक बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नही हैं. इसलिए यहां रहने 5 हजार लोगों ने उप चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
कॉलोनियों में गर्मी के समय में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. शाम के वक्त टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाती है. इलाका पथरीला होने के चलते यहां पर बोर-वेल सफल नहीं है. लिहाजा सभी लोगों को टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ता है. वहीं बिजली सप्लाई की हालत तो और भी बुरी है. यहां बिजली के खंभे तक नहीं लगे हैं. लोग खुले तार डालकर बिजली जलाने को मजबूर हैं. इन तारों की वजह से कई लोग करंट की चपेट में आ चुके हैं.
ये वो इलाका है जहां पर ज्यादातर सेना के जवानों के परिवार रहते हैं. कुछ लोग तो रिटायर होकर घर आ चुके हैं. देश की रक्षा में तैनात इन जवानों के परिवारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में आने वाले इस इलाके से सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल विधायक थे. जो अब पाला बदलकर बीजेपी की तरफ चले गए हैं. लोगों ने बताया कि मुन्नालाल गोयल से कई बार इन समस्याओं को लेकर बात की गई लेकिन महज आश्वासन ही मिला. अभी तक कोई काम शुरू नहीं हो पाया है.