ग्वालियर। शहर के सबसे बड़ी लक्ष्मीगंज थोक सब्जी मंडी में अचानक भीषण आग लग गई. इस अग्निकांड में सब्जी मंडी की करीब 12 से ज्यादा दुकानें जलकर खाक हो गई. वहीं आग की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है. लेकिन दुकानदार इस तर्क से सहमत नहीं है. उनका आरोप है कि अग्निकांड के पीछे मंडी समिति की साजिश हैं.
घटनास्थल पहुंची सात गाड़ी, तब बुझी आग
ग्वालियर के लक्ष्मीगंज स्थित थोक सब्जी मंडी में शनिवार रात अचानक भीषण आग लग गई. आग लगते ही मंडी के आसपास रहने वाले लोगों में भगदड़ मच गई. आग की खबर लगते ही दुकानदार भी मंडी परिसर में पहुंच गए. वहीं मंडी समिति के लोगों और फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी गई. आग की सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां एक-एक कर मौके पर पहुंचने लगी और करीब सात गाड़ियों ने पानी की बौछार कर आग पर काबू पाया गया. लेकिन इस आग में करीब एक दर्जन से ज्यादा दुकानों में आग लगी है. यह दुकानें लकड़ी के फट्टियों से बनी हुई थी. लकड़ी के काउंटर भी रखे हुए थे. इसलिए आग ने जल्दी बड़ा रूप ले लिया और फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने बड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पा लिया.
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मंडी समिति पर आग लगवाने का आरोप
वहीं आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. लेकिन मंडी के दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि आग साजिशन लगाई गई है. दुकानदारों ने मंडी समिति पर साजिश के तहत आग लगाने के आरोप लगाए हैं. दुकानदारों का कहना है कि मंडी समिति दुकानें खाली करने के लिए दबाव बना रही थी और मंडी समिति ने 3 तारीख तक दुकानें खाली करने का अल्टीमेटम भी दिया था. लेकिन शनिवार को आग लग गई, इसकी अब जांच होनी चाहिए.