ग्वालियर/जबलपुर। Farms Laws Repeal: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने प्रकाश पर्व (Prakash Prav) के अवसर पर तीनों कृषि बिल (Krishi Bill) को वापस ले लिया है. कृषि बिल की वापसी पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. वहीं मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ने ग्वालियर में कहा कि देश का किसान पढ़ा-लिखा नहीं, भावनाओं में बह जाता है. इसलिए कृषि बिल को वापस लेना पड़ा. इधर जबलपुर पहुंचे सांसद और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने बिल वापसी को किसानों का सम्मान बताया.
देश का किसान पढ़ा-लिखा नहीं- कमल पटेल
कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने ग्वालियर पहुंचे मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) के कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि सरकार जब भी कोई अच्छा कार्य करने जाती है तो लोग उसका विरोध करना शुरू कर देते हैं. वैसा ही कुछ हाल तीन कृषि कानून (Krishi Bill) का हुआ. भारत का किसान पढ़ा-लिखा नहीं है और वह भावनाओं में बह जाता है, कुछ लोगों ने उन्हें भड़का दिया. लेकिन देश के प्रधानमंत्री (PM Modi) संविधान में भरोसा रखते हैं और उनका ऐसा मानना है कि जब तक सारे लोग उनके निर्णय से सहमत ना हो, तब तक उनका निर्णय लागू नहीं होता है. इसलिए कृषि बिल को वापस लिया गया.
इधर जबलपुर में भारतीय जनता पार्टी (BJP) मध्यप्रदेश के पूर्व अध्यक्ष और जबलपुर सांसद राकेश सिंह का कहना है कि कृषि कानूनों (Krishi Bill) को वापस लेना किसानों का सम्मान है. राकेश सिंह ने दावा किया है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब किसानों का सम्मान किया जा रहा है, भले ही कुछ किसान कृषि कानूनों के विरोध में थे लेकिन इसके बाद भी सरकार ने उनका सम्मान करते हुए इन्हें वापस ले लिया है.
'डिफेंस कॉरिडोर (Defense Corridor) की जानकारी नहीं'
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया था कि जबलपुर के आसपास डिफेंस कॉरिडोर एयर डिफेंस हब बनाया जाएगा लेकिन अब इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं. राकेश सिंह का कहना है कि अभी तक ऐसी कोई चर्चा सामने नहीं आई है, ना ही फिलहाल जबलपुर के आसपास कोई डिफेंस कॉरिडोर बनाने की कोई तैयारी नहीं है.