ग्वालियर। दो महीने से किसान आंदोलन के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान संगठन और कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने एसपी ऑफिस का घेराव किया. आंदोलनकारियों का आरोप है कि मौके का फायदा उठाकर बीती रात पुलिस और नगर निगम के अमले ने फूलबाग चौराहे पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर पहुंचकर टेंट के सामान को भरकर ले आए. रात को इस आंदोलन को खत्म करने से किसान संगठन और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता आक्रोश है. उन्होंने कहा है कि सरकार और उसका जिला प्रशासन किसानों के आंदोलन को कुचलने की कोशिश कर रहा है.
बैलगाड़ी पर विपक्ष, रेलवे ट्रैक पर किसान
फिर से टेंट लगाने के लिए एसपी को सौंपा ज्ञापन
एसपी ऑफिस का घेराव कर रहे इन आंदोलनकारियों ने एसपी अमित सांघी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है. अब अब भी उसी स्थान पर फिर से टेंट लगाकर धरने पर बैठेंगे. लेकिन पुलिस ने किसान संगठनों को इसके लिए उन्हें इजाजत नहीं दी है. किसान संगठनों का आरोप है कि मौके का फायदा उठाकर पुलिस ने धरना स्थल पर पहुंचकर टेंट के सामान को किया जब्त किया है.
पुलिस ने आंदोलन खत्म करने के लिए समेटा सामान
बता दें बीते गुरुवार को किसान संगठन और कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने कृषि बिल कानून के विरोध में रेल रोको अभियान के तहत पटरियों पर विरोध प्रदर्शन किया था. इसके तहत 50 से अधिक किसान नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और इन सभी को जेल भेज दिया है. इसी मौके का फायदा उठाकर पुलिस ने बीती रात धरना स्थल पर पहुंचकर, टेंट को समेट कर ले आए और उनका धरना समाप्त कराया.
गिरफ्तार किसान नेताओं की रिहाई की मांग
किसान संगठन और कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने एसपी ऑफिस पर पहुंचकर कल गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं को रिहा करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि जिला प्रशासन आंदोलन को दमन करने की कोशिश कर रहा है लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं है, हमारा आंदोलन जारी रहेगा. फूलबाग चौराहे पर किसान संगठन और कम्युनिस्ट पार्टियों का दो महीने से किसान आंदोलन के समर्थन में धरना प्रदर्शन जा रहे हैं. किसान संगठनों ने समय-समय पर किसान महापंचायत और कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन किया है. यही वजह है कि अब उनका आंदोलन लगातार उग्र रूप लेता जा रहा है. इसी के डर से जिला प्रशासन ने मौके से हटाने की कोशिश कर रहा है. इसी को लेकर प्रशासन मौका पाते ही धरना स्थल से उनके टेंट को उखाड़ कर ले आया है.