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अधिकारियों की मिलीभगत से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना हो रहा भ्रष्टाचार, एडीएम ने दिए जांच के आदेश - SDM Dabra

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में शासन किस ओर से मिलने वाली 51 हजार रुपये की राशि हड़पने के लिए अधिकारी किस तरह से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में अपात्र जोड़ों का दोबारा विवाह करा करे सरकार को चूना लगा रहे हैं.

ग्वालियर
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Published : Jul 12, 2019, 5:35 PM IST

ग्वालियर। मध्यप्रदेश में गरीबों के हित में चलाई जा रही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में अधिकारी किस तरह पलीता लगा रहे हैं. इसकी बानगी ग्वालियर के डबरा के कम्युनिटी हॉल में आयोजित विवाह समारोह में देखने को मिली. यहां जनपद पंचायत की तरफ से 10 जोड़ों का विवाह मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत करवाया गया. जिसमें दो जोड़े की पहले ही शादी हो चुकी है. जब इस मामले में एसडीएम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने मामले की जांच करवाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना हो रहा भ्रष्टाचार

अधिकारियों की मिलीभगत से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शासन से मिलने वाली 51 हजार रुपये की राशि हड़पने के लिए अपात्र जोड़े को पंचयात सचिव और जनपद अधिकारियों, कर्मचारियों की मिलीभगत से शादी करवाई जा रही है.

बता दें कि, चक उभराशी गांव के रहने वाले गजराज जाटव और उनकी पत्नी सपना जाटव का विवाह अप्रैल महीने में हो चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत मिलने वाली राशि पाने के लिए उन्होंने अधिकारियों की मिलीभगत से दोबारा शादी की. दतिया जिले में भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमे अपात्रों की शादी करवाकर अधिकार सरकारी धन की बंदरबांट की.

ग्वालियर। मध्यप्रदेश में गरीबों के हित में चलाई जा रही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में अधिकारी किस तरह पलीता लगा रहे हैं. इसकी बानगी ग्वालियर के डबरा के कम्युनिटी हॉल में आयोजित विवाह समारोह में देखने को मिली. यहां जनपद पंचायत की तरफ से 10 जोड़ों का विवाह मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत करवाया गया. जिसमें दो जोड़े की पहले ही शादी हो चुकी है. जब इस मामले में एसडीएम से सवाल पूछा गया तो उन्होंने मामले की जांच करवाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना हो रहा भ्रष्टाचार

अधिकारियों की मिलीभगत से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शासन से मिलने वाली 51 हजार रुपये की राशि हड़पने के लिए अपात्र जोड़े को पंचयात सचिव और जनपद अधिकारियों, कर्मचारियों की मिलीभगत से शादी करवाई जा रही है.

बता दें कि, चक उभराशी गांव के रहने वाले गजराज जाटव और उनकी पत्नी सपना जाटव का विवाह अप्रैल महीने में हो चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत मिलने वाली राशि पाने के लिए उन्होंने अधिकारियों की मिलीभगत से दोबारा शादी की. दतिया जिले में भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमे अपात्रों की शादी करवाकर अधिकार सरकारी धन की बंदरबांट की.

Intro:एंकर- प्रदेश भर में गरीबो के हित मे चल रही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को अधिकारी किस तरह से पलीता लगा रहे है। इसका एक रोचक मामला जनपद पंचायत द्ववारा चल रहे मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में डबरा के कम्युनिटी हॉल देखने को मिला है। जहाँ 10 जोड़े के विवाह मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कराए जा रहे थे। जिसमे एक जोड़ा पहले ही अपनी शादी हिन्दू रीति रिवाज से कर चुका था इसके बाद भी शासन से मिल रही इक्यावन हजार की राशि हड़पने के लिए इस अपात्र जोड़े को पंचयात सचिव व जनपद अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से पात्र कर एक बार फिर से उनकी शादी करा दी गई ।
Body:एंकर- प्रदेश भर में गरीबो के हित मे चल रही मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को अधिकारी किस तरह से पलीता लगा रहे है। इसका एक रोचक मामला जनपद पंचायत द्ववारा चल रहे मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में डबरा के कम्युनिटी हॉल देखने को मिला है। जहाँ 10 जोड़े के विवाह मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कराए जा रहे थे। जिसमे एक जोड़ा पहले ही अपनी शादी हिन्दू रीति रिवाज से कर चुका था इसके बाद भी शासन से मिल रही इक्यावन हजार की राशि हड़पने के लिए इस अपात्र जोड़े को पंचयात सचिव व जनपद अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से पात्र कर एक बार फिर से उनकी शादी करा दी गई ।
ग्राम चक उभराशी के रहने वाले गजराज जाटब व सपना जाटब का विवाह अप्रेल माह में ही हो चुका था लेकिन मुख्यमंत्री कन्यादान की राशि अधिकारियों की मिली भगत से हड़पने के लिए इस जोड़े का विवाह सम्मेलन से फिर से करा दिया गया। फिलहाल ये एक ऐसा मामला है जो मीडिया के पूछने पर सामने आ गया फिलहाल इस मामले पर एसडीएम जयति सिंह ने जांच के बाद कार्यवाही की बात कही है। वही आपको बता दे कि दतिया जिले में भी इस तरह का बड़ा घोटाला सामने आया था जिसमे भी जांच चल रही है। और प्रदेश भर में पता नही इस योजना के पैसे हड़पने कितने जोड़े होंगे जो अधिकारियों के साथ मिलकर इस योजना को पलीता लगा रहे होंगे।

बाईट ...1 पदम् सिंह (पंचायत अधिकारी)
बाईट ...02 जयति सिंह (एसडीएम )Conclusion:फिलहाल ये एक ऐसा मामला है जो मीडिया के पूछने पर सामने आ गया फिलहाल इस मामले पर एसडीएम जयति सिंह ने जांच के बाद कार्यवाही की बात कही है। वही आपको बता दे कि दतिया जिले में भी इस तरह का बड़ा घोटाला सामने आया था जिसमे भी जांच चल रही है। और प्रदेश भर में पता नही इस योजना के पैसे हड़पने कितने जोड़े होंगे जो अधिकारियों के साथ मिलकर इस योजना को पलीता लगा रहे होंगे।

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