ग्वालियर। प्रदेश की 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का भले ही अब तक ऐलान न हुआ हो. लेकिन राजनीतिक पार्टियों के बीच उपचुनाव की तैयारियों का शंखनाद हो चुका है. 27 सीटों में से 16 सीटें ग्वालियर चंबल अंचल की हैं, लिहाजा सत्ताधारी बीजेपी ने चंबल अंचल में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. सीएम शिवराज ने चंबल के लिए खजाना खोलते हुए करोड़ों रुपए की सौगातें दी हैं, ताकि उपचुनाव में बेड़ापार हो सके. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या ये सौगातें बीजेपी के सत्ता में बनाए रखेंगी.
इस समय शिवराज सरकार ग्वालियर चंबल अंचल की सीटों को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. यही वजह है कि अंचल की हर विधानसभा क्षेत्र में जनता के विश्वास को जीतने के लिए बीजेपी करोड़ों रुपए का लोकार्पण और भूमि पूजन करने में जुटी हुई है. इस कड़ी में खुद CM शिवराज, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ तमाम बड़े नेता लगातार तीन दिनों से चंबल अंचल में जनता के बीच में पहुंचकर करोड़ों रुपए का लोकार्पण कर रहे हैं.
चंबल के मुरैना जिला से किया श्रीगणेश
मुैरना जिले की सबसे ज्यादा पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. लिहाजा सबसे पहले CM शिवराज और उनकी टीम चंबल अंचल के मुरैना जिले की दिमनी, अंबाह और मेहगांव विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, जहां जाकर उन्होंने करोड़ों रुपए का भूमिपूजन और लोकार्पण किया. ताकि बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाया जा सके.
जानें कहां कितनी राशि का किया भूमि पूजन और लोकार्पण-
- मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा क्षेत्र में करीब 71 करोड़ के कार्यों का भूमि पूजन और करीब 22 करोड़ की कार्यों का लोकार्पण किया गया.
- अंबाह विधानसभा के लिए 62 करोड़ के कार्यों का भूमि पूजन और करीब 21 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया गया.
भिंड पहुंची शिवराज सरकार की टीम
मुरैना को कई करोड़ों की सौगात देने के बाद शिवराज सरकार की टीम चंबल अंचल के भिंड जिला पहुंची जहां मेहगांव विधानसभा क्षेत्रवासियों को 204 करोड़ के कार्यों का भूमि पूजन और सात करोड़ का लोकार्पण कर विकास की सौगात दी.
कई सीटों पर दी कई सौगातें
इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कई बड़े दिग्गज नेता चंबल अंचल की पोहरी, करेरा, भांडेर, डबरा और ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, जहां पर भी उन्होंने कई सौगातें दीं.
- शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा में करीब 780 करोड़ रुपए के कार्यों का भूमि पूजन और करीब 10 करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण किया.
- दतिया की भांडेर विधानसभा सीट में 43 करोड़ रुपए के कार्यों का भूमि पूजन और पत्रकारों के कार्यों का लोकार्पण किया.
- ग्वालियर की डबरा विधानसभा सीट में 73 करोड़ रुपए के कार्यों का भूमिपूजन और 77 करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण किया है.
- मुरैना की चेतक रोड के कार्यों का भूमि पूजन और 194 करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण किया.
- मुरैना की सुमावली विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों के कार्यों का भूमि पूजन और 7 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया.
- मुरैना की जौरा विधानसभा के लिए 34 करोड़ के कार्यों का भूमिपूजन और 8 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया जाना है.
इसके साथ ही कई चंबल अंचल की सीटें हैं जहां पर उपचुनाव होने वाले हैं. वहां पर भी CM शिवराज सिंह पहुंच रहे हैं और करोड़ों रुपए के लोकार्पण और भूमि पूजन कर रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि शिवराज सरकार जनता का दिल जीतने के लिए पसीने बहा रही है, क्योंकि जिस तरीके से 2018 के विधानसभा चुनाव में ग्वालियर चंबल अंचल की जनता ने शिवराज सरकार को नकार दिया था, इस बार वे ऐसा होने नहीं देना चाहते हैं.
कांग्रेस ने उठाए सवाल
बीजेपी की इन सभी विकास कार्यों की घोषणाओं और लोकार्पण-भूमिपूजन पर अब कांग्रेस सवाल उठाने लगी है. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत का कहना है कि सरकार के पास पैसे नहीं है, लेकिन वह जनता के बीच में जाकर झूठे लोकार्पण और शिलान्यास करने में जुटी है. सरकार का खजाना खाली होने के बाद भी शिवराज सरकार लगातार जनता के विश्वास को जीतने के लिए भूमिपूजन और लोकार्पण कर रहे हैं.
बीजेपी ने किया पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल पलटवार करते हुए कहते है कांग्रेस को आर्थिक स्थिति के बारे में कोई ज्ञान ही नहीं है. शिवराज सरकार जितने भी लोकार्पण और भूमि पूजन कर रही है, वह जल्द ही जनता को धरातल के रूप में देखने को मिलेंगे क्योंकि जनता भी यह जानने लगी है कि अगर विकास कार्य चाहिए तो वह सिर्फ बीजेपी सरकार ही कर सकती है. 2018 के चुनाव में जिस जनता ने बीजेपी को नकार दिया था, उसी जनता का दिल जीतने के लिए इस बार बीजेपी के बड़े-बड़े दिग्गज नेता पसीना बहा रहे हैं. अब देखना ये होगा कि बीजेपी ग्वालियर चंबल अंचल की इन 16 सीटों के लिए कर रही इन कोशिशों में कितनी कामयाब होती है.