ग्वालियर। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र भेजकर 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट के निर्देश दिए हैं. जिसे लेकर ग्वालियर के लोगों ने अपनी अलग-अलग राय दी है. जहां कुछ लोगों का मानना है कि कमलनाथ सरकार के बचने का मौका कम है, तो वहीं कुछ लोग सरकार के प्रति आश्वस्त हैं.
दरअसल पिछले 15 दिनों से कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं, जो सोमवार को फ्लोर टेस्ट के बाद छट सकते हैं. इस बारे में ईटीवी भारत ने ग्वालियर के लोगों से बात की, जिसमें ज्यादातर लोगों का कहना है कि 22विधायक जिस तरह से बेंगलुरु गए हैं और उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया उससे साफ जाहिर होता है कि कमलनाथ सरकार अंतिम सांस ले रही है.
वहीं कुछ लोगों का कहना यह भी है कि कमलनाथ सरकार ने ट्रांसफर उद्योग चला रखा है. भ्रष्टाचार कम होने के जगह बढ़ गया है, तो कुछ का मानना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हुए दुर्व्यवहार से कांग्रेस ने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है.