ग्वालियर। ग्वालियर में कोरोना के साथ-साथ डेंगू भी तेजी से पैर पसार रहा है. इलाकों में पिछले सालों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. उन इलाकों में एक बार फिर डेंगू का लारवा पनपने लगा है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया है. यही कारण है कि शहर के सबसे अधिक प्रभावित रहने वाले इलाके दीनदयाल नगर कटी घाटी सहित अन्य इलाकों में सर्वे कराकर लारवा विनष्टीकरण और फॉगिंग का काम शुरू कर दिया गया है.
ग्वालियर में 6 से अधिक कॉलोनियां ऐसी हैं जहां बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज निकलते हैं. हर साल दिवाली के पहले से ही लारवा विनष्टीकरण और सर्वे का काम शुरू कर दिया जाता था. लेकिन इस साल स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम का अमला कोरोना की रोकथाम में जुटा रहा. यही कारण है कि इन लोगों ने डेंगू की तरफ ध्यान नहीं दिया. इसी के चलते डेंगू ने भी ग्वालियर में दस्तक दे दी है. बता दें ग्वालियर में कोरोना के साथ-साथ डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. अब तक मलेरिया विभाग की टीम ने जिले में 3 लाख 76 हजार 214 घरों का सर्वे किया है. जिनमें से 14,715 घरों में डेंगू का लारवा मिला है और अब तक जिले में डेंगू के 48 मरीज सामने आ चुके हैं.
अब स्वास्थ्य और नगर निगम के लिए ये चुनौती भरा रहेगा. क्योंकि इस समय जिले में कोरोना का संक्रमण भी लगातार तेजी से फैल रहा है तो वहीं डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. जिला स्वास्थ्य विभाग अधिकारी मनीष शर्मा का कहना है कि डेंगू पैर पसार रहा है, इसको लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. उन इलाकों और कालोनियों को चिन्हित किया जा रहा है जिनमें हर साल लार्वा पनपता है. उनको नष्ट करने का काम किया जा रहा है.