ग्वालियर। शहर की शासकीय रेलवे पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को दिल्ली पुलिस की मदद से पकड़ा है, जो सिर्फ फौजियों को टारगेट करता था. उनका विश्वास जीतकर एटीएम गायब करके उनके खातों को खाली कर देता था. करीब 1 सप्ताह पहले ग्वालियर पुलिस की सूचना पर दिल्ली में पकड़े गए एक शातिर ठग को प्रोडक्शन वारंट पर जिला लाया गया है. पूछताछ में इस बदमाश ने कई वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली.
इस तरह देता था वारदात को अंजाम
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाला सुनील कुमार दुबे खुद को फौजी बताता है. इसी आधार पर वह फौजियों से दोस्ती कर लेता था. विश्वास जीतने के बाद वह फौजी को अपने साथ खाने-पीने और दूसरे कार्यों में मदद का बहाना बताकर अपने साथ एटीएम ले जाता था. पहले खुद एटीएम में जाता था और फिर बाहर निकल कर कहता था कि उसका कार्ड ठीक से काम नहीं कर रहा है. इसके बाद वह साथ में आए फौजी से कहता था कि वह अपना कार्ड लाकर देखें शायद एटीएम में कोई खराबी हों. इसी दौरान वह फौजी का पिन नंबर देख लेता था और ट्रेन में उसके साथ यात्रा करने के दौरान उसका पर्स गायब कर देता था.
बदमाशों ने एटीएम को फिर बनाया निशाना, पैसे लूटकर हुए फरार, जांच में जुटी पुलिस
शहर में पिछले साल 7 सितंबर को रायसेन के रहने वाले अभिषेक गौड़ नामक फौजी का इसी तरह से उसने एटीएम हासिल किया था. वह जम्मू कश्मीर से वापस घर लौट रहा था, तभी निजामुद्दीन स्टेशन पर उसने अभिषेक गौर से दोस्ती बढ़ाई. फौजी ने ग्वालियर स्टेशन पर उतर कर अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसके पोस्टर दिल्ली और उसके आसपास के स्टेशनों पर लगवाए गए थे. इसी सूचना पर एक टैक्सी वाले ने संदिग्ध युवक को देखा और पोस्टर में छपा नंबर के आधार पर पुलिस से संपर्क किया. तब ग्वालियर पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क कर सुनील दुबे को पकड़ लिया.
बदमाश को वारंगल ले जाने की तैयारी
जीआरपी के मुताबिक, इस शातिर अपराधी ने करनाल, वारंगल, गुजरात, नागपुर, मुंबई, दिल्ली सहित कई राज्यों में वारदातों को अंजाम दिया है. पुलिस ने अभी तक करीब दो लाख रुपए सहित 36000 हजार रुपये के गहने जब्त कर लिए गए है. फिलहाल, 6 वारदातों का खुलासा हो गया है. वहीं वारंगल पुलिस ग्वालियर पुलिस का ट्रांजिट रिमांड खत्म होने के बाद उसे कोर्ट के आदेश पर वारंगल ले जाने की तैयारी में है.