ग्वालियर। इन दिनों जिले की डबरा नगर पालिका चर्चा में है. परिषद में नगर के कार्यों को लेकर बड़ी बैठक आयोजित की जानी थी. सभी पार्षदों को बैठक का एजेंडा भी भेजा गया था. जब 12 से अधिक पार्षद बैठक में भाग लेने पहुंचे तो बैठक के मुख्य द्वार पर ताला लगा था. बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे वार्ड क्रमांक 17 के पार्षद अनिल जायसवाल ने बकरा, भेड़, गाय का बछड़ा और मुर्गी ले जाकर नगर पालिका के बाहर बांध दिया. और ढोल नगाड़े बजाकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन की वजह: इस तरह का अनोखा प्रदर्शन देखकर आसपास के नगरवासी जमा हो गए. सभी पार्षद नगर पालिका अध्यक्ष एवं सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नजर आए. इस तरह के अनोखे प्रदर्शन की वजह को पार्षद अन्नी जायसवाल ने बताया कि, हमें जब बैठक का एजेंडा भेजा गया. जब बैठक में शामिल होने पहुंचे तो यहां अध्यक्ष सीएमओ और कोई भी कर्मचारी नहीं मिले. जिससे सभी पार्षद भड़क उठे और अध्यक्ष एवं नगर पालिका एवं पीआईसी का विरोध करते हुए नजर आए.
धरने पर बैठे पार्षद: अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सभी पार्षद गेट के बाहर धरने पर बैठ गए. घंटो तक धरना प्रदर्शन चलता रहा. इसके कुछ घंटों बाद ताला खोला गया. परिषद सभागार में पार्षद जा करके बैठ गए, लेकिन वहां बैठक में कोई भी नहीं पहुंचा. ना अध्यक्ष ना ही नगर पालिका सीएमओ और ना ही कोई कर्मचारी नजर आया. सभागार में इन पार्षदों के अलावा परिषद सभागार की सभी कुर्सीयां खाली पड़ी रही.
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सत्तापक्ष के पार्षद भी परेशान: बैठक में शामिल होने के लिए कुछ सत्तापक्ष के भी पार्षद पहुंचे थे. अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, बीजेपी की नगर पालिका अध्यक्ष होने के बावजूद बीजेपी के पार्षदों की भी सुनवाई नहीं हो रही है. वार्ड के अलग-अलग पार्षदों ने बताया कि, जनहित के मुद्दों को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी लेकिन बैठक में शामिल एजेंडों के मुद्दों को लेकर अध्यक्ष नगर सीएमओ एवं पीएसी सदस्य सामना नहीं करना चाहते. इससे बचने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. यह प्रदर्शन एवं धरना घंटों तक चलता रहा और शाम को बैठक समाप्ति की सूचना चस्पा कर दी गई.